मध्य प्रदेश के उज्जैन और सिवनी जिलों में दो भ्रष्टाचारी गिरफ्तारी किए गए। लोकायुक्त पुलिस के दस्ते ने दो अलग-अलग मामलों में एक बैंक मैनेजर और एक पटवारी को क्रमश: दस हजार और 15 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
लोन पास करने को मांगी थी घूस
उज्जैन लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भीम गांव के बाबू सिंह की शिकायत पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, शाखा आलोट (रतलाम जिले) के प्रबंधक मांगीलाल चौहान को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि बाबू सिंह ने शिकायत की कि उसने बैंक से दिसंबर 2021 में दो लाख 73 हजार का ऋण मंजूर कराया था और इस राशि को निकालने के लिए चौहान ने 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। विश्वकर्मा ने कहा कि शिकायत के बाद योजना बनाकर बैंक शाखा में चौहान को बाबू सिंह से दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
सिवनी में 15 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
रिश्वत के दूसरे मामले में लोकायुक्त पुलिस के दस्ते ने सिवनी जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर धनौरा तहसील मुख्यालय के पटवारी कार्यालय में पटवारी कौशल किशोर राजपूत को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक जेपी वर्मा ने बताया कि केवलारी गांव के शेख पीर कुरैशी की शिकायत पर पटवारी को पकड़ा गया। कुरैशी से उसकी पैतृक जमीन का बंटवारा करने के बदले में पटवारी ने 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी तथा बाद में यह सौदा 15 हजार में तय हुआ। शिकायत के बाद योजना बनाकर राजपूत को कुरैशी से रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त पुलिस दोनों आरोपियों की खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।