Delhi Triple Murder : दिल्ली के शकूरपुर इलाके में घरेलू कलह के कारण प्रॉपर्टी डीलर ने अंधाधुंध फायरिंग कर पत्नी और दो सालों की हत्या कर दी। नेताजी सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल की गई लाइसेंसी रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है। घटना रविवार देर रात की है।
पुलिस के अनुसार, शकूरपुर गांव में 45 वर्षीय हितेंद्र यादव अपनी पत्नी सीमा और दो बच्चों जय और विजय (हनी) के साथ रहता है। जय ने एमबीबीएस में एडमिशन लिया है, जबकि हनी अशोक विहार स्थित एक नामी स्कूल में कक्षा दसवीं का छात्र है। पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हितेंद्र के पास शकूरपुर गांव में चार मंजिला मकान है जिसकी चौथी मंजिल पर वह परिवार सहित रहता है। इस मकान के अन्य हिस्से और गांव में मौजूद अन्य प्रॉपर्टी से लाखों रुपये का किराया आता है।
सीमा की मां चंद्रप्रभा ने बताया कि वर्ष 2001 में बेटी की शादी हितेंद्र से हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही दोनों में विवाद होता रहता था। इसे लेकर दोनों परिवारों के बीच कई बार पंचायत हुई थी। सीमा की ओर से पुलिस में शिकायत देने की वजह से बात थाने तक पहुंच गई थी। हालांकि, हर बार समझौता होने की वजह से मामला रफा-दफा हो जाता था।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को दाल खराब बनाने को लेकर हितेंद्र और सीमा के बीच विवाद शुरू हो गया। बताया जाता है कि हितेंद्र शराब पीकर घर आया और सीमा से खाना परोसने के लिए कहा। उसे दाल का स्वाद ठीक नहीं लगा और इसी बात पर दोनों में झगड़ा हो गया। फिर मामला इस कदर बढ़ गया कि सीमा ने अपने भाइयों को घटना की जानकारी देते हुए घर बुला लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीमा का एक भाई विजय परिवार सहित गुरुग्राम तो उससे छोटा भाई सुरेंद्र महावीर एंक्लेव में रहता था। सूचना मिलने पर विजय अपनी पत्नी बबिता, भाई, मां चंद्रप्रभा और साले चंद्रकांत के साथ बहन के घर पहुंच गया। इसके अलावा दो अन्य वाहनों में भी रिश्तेदार करीब दस बजे तक घर पहुंच कर बाहर इंतजार कर रहे थे।
बेटे को थप्पड़ मारने पर बिगड़ी बात : बताया जा रहा है कि सीमा कई बार आपसी विवाद में मायके वालों को बुला चुकी थी। यह देखकर हितेंद्र ने अपने दोस्त ललित को भी बुला लिया। रात करीब 11 बजे ललित पहुंचा तो उसे बाहरी कहकर विजय ने आने पर ऐतराज जताया। इस पर हितेंद्र और उसके बड़े बेटे जय ने बाहरी कहने का विरोध किया। फिर सीमा ने जय को थप्पड़ मार दिया, इसके बाद उसके भाई विजय ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। अपने बेटे को पिटता देखकर हितेंद्र ने छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन दोनों भाइयों ने उस पर हमला कर दिया। इस पर हितेंद्र अपने बेडरूम में गया और अलमारी से रिवॉल्वर निकालकर फायरिंग करनी शुरू कर दी।
पति को बचाने आई बबिता को पैर में मारी गोली : जब गुस्साए हितेंद्र ने अपने साले विजय पर रिवॉल्वर तानी तो अपने पति को बचाने के लिए बबिता बीच में आ गई। पहले तो हितेंद्र ने उससे हटने के लिए कहा, लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसने उसके पैर में गोली मार दी। फिर दोनों सालों के सिर और सीने में चार गोलियां मार दीं। उधर, फायरिंग होती देख कर बबिता के भाई चंद्रकांत ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया।
दोनों सालों को गोली मारने के बाद हितेंद्र तेजी से नीचे भागा। उसके पीछे दोनों बच्चे और ललित भी भागे। वह फिर लौटा और पत्नी सीमा के सिर में गोली मार दी। इसके बाद उसने खुद को गोली मारने की कोशिश की, लेकिन रिवॉल्वर खाली होने की वजह से उसकी जान बच गई। फिर बच्चों ने रिवॉल्वर छीनकर बेड के नीचे फेंक दी। इसके बाद ललित ने पुलिस को फोनकर घटना की सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को भगवान महावीर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन तीनों-भाई बहन की मौत हो चुकी थी। वहीं, बबिता की हालत स्थिर थी। घायलों का पोस्टमॉर्टम बीएसए अस्पताल में कराया गया।
गली में सन्नाटा पसरा
महावीर एंक्लेव के विनोद पुरी की एक गली में सुबह से सन्नाटा पसरा हुआ था। गली में रहने वाले स्वर्गीय धर्म सिंह के दो बेटों और एक बेटी की हत्या की खबर सुनने के बाद लोग गमगीन हो गए। घटना की जानकारी होने के बाद धीरे-धीरे घर पर रिश्तेदारों और परिचितों का तांता लगा रहा। जब तीनों भाई-बहनों की लाश यहां पहुंची तो पूरे इलाके में मातम पसर गया।
दोनों घरों में छाया मातम
जरा सी बात पर शुरू हुए विवाद का परिणाम इतना घातक रहा कि दोनों घरों में मातम पसर गया। दोनों घरों में कोई भी ऐसा नहीं बचा है जो परिवार की जिम्मेदारी संभाल सके। हालत यह हो गई थी कि बीएसए अस्पताल के पोस्टमॉर्टम हाउस पर शवों की पहचान के लिए नजदीकी रिश्तेदारों को ढूंढ़ने की समस्या खड़ी हो गई थी। नेताजी सुभाष प्लेस पुलिस ने मृतकों की मां 65 वर्षीय चंद्रप्रभा देवी की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।