मध्य जिला पुलिस ने वाहन चोरी के आरोप में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो सौ डुप्लीकेट चॉबियां, ईसीएम, कार लॉक, की प्रोगामिंग टैब, नंबर प्लेट, ड्रिल मशीन और चोरी की पांच कारें बरामद हुई हैं। गिरफ्तार आरोपियों में मेरठ स्थित शकुर नगर निवासी इंतजार (42) और आसिफ (37) शामिल हैं। पुलिस के हत्थे चढ़े ये आरोपी पिछले पच्चीस साल से वाहन चोरी के धंधे में लिप्त हैं।
इंतजार को आखिरी बार साल 2014 में पकड़ा गया था। बाहर आने के बाद से वह फरार चल रहा था। डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया इन बदमशों के बारे में आठ महीने से जानकारी जुटाने जा रही थी। तकनीकी सर्विलांस से यह पता चला कि गत 26 फरवरी को ये दोनों आरोपी क्रेटा कार से रिंग रोड पर आने वाले हैं तो ट्रैप लगाकर उन्हें पकड़ा गया। इनके पास से दो पिस्टल और चार जिंदा कारतूस भी मिले।
आरोपी इंतजार ने पूछताछ में बताया वह पच्चीस साल से वाहन चोरी कर रहा है। इस पर दस हजार रुपए का भी इनाम घोषित था। वह अपने पास पांच मोबाइल अपने पास रखता है। जब कभी उसे किसी से बात करती होती है तभी वह इन मोबाइल को ऑन करता था। इरफान चोरी के वाहन खरीदता है। वह क्राइम ब्रांच द्वारा पहले भी दबोचा जा चुका है।
आसिफ इंतजार का राइट हैंड बताया जाता है। वह की प्रोग्रामिंग टैब के जरिए इंजन को हैक करने में माहिर है। आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस ने चोरी की चार अन्य कारें ओर बरामद की। आरोपी इंतजार 17 अपराधिक मामलों में लिप्त मिला है। वहीं आरोपी आसिफ महज दसवीं तक पढ़ा है। इंतजार उसका बचपन का दोस्त है। पहले वह ड्राइवर का काम करता था। वह ऐश की जिंदगी जीना चाहता था, इसलिए इंतजार के साथ वह वाहन चोरी करने लगा।