गाजियाबाद के नेहरूनगर में 12 दिन पूर्व दिनदहाड़े बिल्डर के घर लाखों रुपये की लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पूर्व महिला किराएदार समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से महिला का एक भाई भी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 29 हजार रुपये भी बरामद किए हैं। लूटे गए आभूषण गाजियाबाद में ही गोल्ड लोन कंपनी में गिरवी रखे हैं, जबकि कुछ आभूषण रोहतक में बेचे गए हैं।
एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि नेहरू नगर के राकेश मार्ग स्थित घर में बिल्डर गुलाब सिंह भाटी अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके घर पर 22 फरवरी को हुई लूट के मामले में ज्योति, उसके भाई रवि और विशाल को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में उनका साथ देने वाले तीन अन्य लोगों की पुलिस तलाश कर रही है। उन्होंने बताया कि ज्योति 2019 से 2020 के बीच गुलाब के घर में किराए पर रही थी। इस दौरान उसने शादी के बाद परिवार द्वारा अलग करने की जानकारी दी थी। फिर वह करीब डेढ़ साल तक उसी घर में रही। पुलिस के अनुसार, घर छोड़ने के बाद भी वह परिवार के संपर्क में रहती थी। इसी दौरान उसे कुछ आभूषण और नकदी की जानकारी हुई तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई। पहले वह गैंग के साथ रेकी करने आई थी। घटना वाले भी दिन भी रेकी के लिए आई थी और लूट के बाद स्कूटी से रोहतक चली गई थी।
एसपी सिटी ने बताया कि लूट की घटना वाले दिन घर में चार लोग गए थे। ज्योति ने रेकी में उनका साथ दिया था। आरोपियों ने घर में तमंचा लगाकर बिल्डर के बेटे निखिल, निखिल की पत्नी प्रिया, ननद वंशिका और छह महीने की बच्ची को बंधक बनाकर लूट की थी। इसमें करीब चार लाख की नगदी सहित 22 लाख के आभूषण लूटे गए थे। पुलिस के अनुसार, ज्योति बीए की पढ़ाई के बाद एक प्लेसमेंट कंपनी चला रही थी। साथ ही उसने पूछताछ में सिविल सर्विस की तैयारी की बात कही है, हालांकि पुलिस इस जानकारी की पुष्टि नहीं कर सकी। इसके अलावा उसका भाई रवि भी बीएससी पास है। पीड़ित परिवार के लोगों के अनुसार, उन्हें विश्वास नहीं था ज्योति ऐसा करेगी। हर कुछ दिन में परिवार से संपर्क करती थी। इस मामले में उनका साथ देने वाले तीन अन्य लोगों की पुलिस तलाश कर रही है।
अन्य व्यापारी पर भी नजर थी
पुलिस के अनुसार, गैंग इस वारदात की सफलता से काफी खुश था और इसके बाद उनके हौसले बढ़ गए थे। अब वह एक अन्य कारोबारी को टारगेट करने की योजना बना रहे थे। इस मामले में भी ज्योति ही मास्टरमाइंड थी। उसने ही उस कारोबारी का इनपुट दिया था। पुलिस इस गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी कर रही है। इसके साथ गिरफ्तार किए गए आरोपियों के साथियों की भी पुलिस तलाश कर रही है।
मुरादनगर से कराई थी तमंचों की व्यवस्था
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि गैंग की मदद एक युवक ने की थी। उस पर पूर्व में हत्या के मुकदमे दर्ज हैं। उसने ही मुरादनगर से तमंचों की व्यवस्था करवाई थी। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि वह वारदात में शामिल नहीं था, लेकिन वारदात की योजना में उसका भी अहम रोल है।