21वीं सदी में भी दहेज प्रथा एक अभिशाप बनी हुई है। भारतीय संस्कृति में हालांकि बेटियों को देवी का रूप माना जाता है लेकिन शादी करने के लिए बेटी के पिता से दहेज मांगने की प्रथा खत्म नहीं हो रही है। ताजा मामला राजस्थान के भरतपुर से सामने आया है।
भरतपुर के एक मैरिज होम में बीती रात 2 बजे तक दुल्हन बनी लड़की दूल्हे का इंतजार करती रही लेकिन बारात नहीं आई। इंतजार करते-करतेशादी की खुशियां आंसुओं में बदल गईं और दुल्हन व उसकी मां के आंसू बहने लगे। लड़की के पिता और भाई दूल्हे को बुलाने और मनाने के लिए गिड़गिड़ाते रहे लेकिन दहेज के लोभी लड़के के पिता ने 11 लाख रुपए की मांग करते हुए बारात लाने के लिए शर्त लगा दी। मैरिज हॉल में सजी-धजी दुल्हन दूल्हे के इंतजार में बैठी रही और बैंड बाजे वाले व पंडित भी फेरों का इंतजार करते रहे। इंतजार के बाद भी जब दूल्हे के पिता से बात नहीं बनी तो लड़की के पिता ने मथुरा गेट पुलिस थाने में दहेज मांगने की शिकायत दर्ज कराई।
11 लाख लिए बिना बारात लाने से किया इनकार
दरअसल मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित एसटीसी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी पुलिस कॉन्स्टेबल महेश चंद की पुत्री खुशबू का विवाह प्रिंस नगर निवासी कुशल कुमार के साथ तय हुआ था। एक स्थानीय मैरिज हॉल में बीती रात शादी होनी थी और शादी के लिए लड़की दूल्हे का इंतजार करती रही लेकिन रात 2 बजे तक बारात नहीं आई। लड़का और उसके पिता दहेज में 11 लाख रुपए लेकर ही शादी करने की मांग पर अड़े रहे। अब मथुरा के थाना इलाके में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।