न्यू अशोक नगर इलाके में सड़क पर गाय-भैंस बांधने की शिकायत करने पर एक परिवार पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया गया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि घर में लाठी-डंडे लेकर घुसे 10-15 दबंगों ने आधा दर्जन लोगों पर ताबड़तोड़ वार किए। एक की हालत काफी गंभीर है, जिसका धर्मशिला अस्पताल इलाज चल रहा है। आरोपियों ने पीड़ितों की कार और छह दो पहिया वाहनों को तोड़ डाला। वारदात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
मामले की सूचना के बाद पहुंची न्यू अशोक नगर थाना पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर संगीन धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दिया है। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 26 वर्षीय अभिषेक शुक्ला अपने परिवार के साथ न्यू अशोक नगर के ए-ब्लॉक में रहते हैं। वह दिल्ली सरकार की डिस्पेंसरी में फार्मासिस्ट हैं।
उन्होंने पुलिस को बताया कि बबली नाम का शख्स उनके घर के सामने गाय और भैंसें बांधता है। उनके पिता चुन्ना लाल शुक्ला ने कई बार इसकी शिकायत सरकारी विभागों से की है। बुधवार रात करीब 10.15 बजे बबली शराब के नशे में उनके पिता से गाली-गलौज करने लगा। पिता ने इसका विरोध किया तो बबली, उसका बेटा, उसका भाई और भतीजा लाठी-डंडे लेकर आ गए। उनके पिता पर हमला कर दिया। अभिषेक, उनका भाई, चाचा, चाचा का लड़का बचाव में आए।
आरोप है कि इन पर भी लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया। बबली की मदद के लिए उसके और 8-10 जानकार लाठी-डंडों से लैस होकर आ गए। इन सभी ने शुक्ला परिवार पर ताबड़तोड़ लाठी-डंडे बरसाने शुरू कर दिए। आरोप है कि महिलाओं से भी बदसलूकी और गाली-गलौज की गई।
हमलावरों ने अभिषेक के चाचा किशन स्वरूप शुक्ला (54) को बुरी तरह पीटा और पत्थर से भी कुचला। इससे उनके जबड़े, हाथ और पैरों में कई फ्रैक्चर हो गए। इनके अलावा आशीष, उनके पिता चुन्नी लाल (58), भाई सत्यम शुक्ला (24), चाचा के बेटे अनुराग शुक्ला (21), बीच-बचाव करने आए पड़ोसी धनराज (28) भी जख्मी हुए, जिन्हें लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया, जहां से इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।