राजस्थान के भरतपुर में सेवर थाना इलाके में स्थित बग्धारी गांव के पास कई युवकों को अपने कान पकड़कर दंड बैठक लगाने को मजबूर होना पड़ा। दंड बैठक लगाने वाले ये युवक वहां इलाके के एक रेड लाइट एरिया में गए थे। लेकिन वहां मौजूद ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया और फिर दंड देकर समझाने के बाद भगा दिया।
जानकारी के मुताबिक, जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे से थोड़ी दूरी पर स्थित बग्धारी गांव के पास वेश्यावृत्ति में लिप्त लोगों की एक बस्ती बनी हुई है। वहां वेश्यावृत्ति में लिप्त महिलाओं से संपर्क करने के लिए लोग आते रहते हैं। हाल ही में इन महिलाओं से संपर्क करने आने वाले लोगों ने ग्रामीण महिलाओं के साथ भी छेड़छाड़ कर दी थी, जिसके बाद गांव में तनाव फैल गया था। इस घटना के बाद इलाके के सभी गांव के लोग इकट्ठे हुए और पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में ग्रामीणों ने फैसला किया की रेड लाइट बस्ती में ग्राहकों को आने नहीं दिया जाएगा और इसके लिए गांव के लोग चारों तरफ तैनात रहेंगे।
ग्रामीणों ने दी चक्का जाम करने की चेतावनी
इसी बीच जब कुछ युवक रेड लाइट बस्ती में पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनको पकड़ लिया और कान पकड़कर दंड बैठक लगवाई। इतना ही नहीं, गांववालों ने उनसे दोबारा नहीं आने की कसम भी खिलवाई। ग्रामीणों के मुताबिक, ‘हमारे क्षेत्र में रेड लाइट बस्ती काफी समय से है, जहां ग्राहक आते हैं और ग्रामीण महिलाओं से भी छेड़छाड़ करते हैं। इलाके के पंच पटेलों ने महापंचायत में फैसला किया है कि यदि जिला प्रशासन इस बस्ती को नहीं हटाएगा तो 6 मार्च से चक्का जाम किया जाएगा। ग्रामीणों ने इस बस्ती की बिजली, पानी, दूध, सब्जी आदि की आपूर्ति भी बंद कर दी है।
चार-पांच पीढ़ियों से कर रहीं जिस्म का धंधा
दूसरी ओर रेड लाइट बस्ती की महिलाओं ने कहा कि वेश्यावृत्ति के अलावा हमारे पास और कोई रोजगार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘करीब चार या पांच पीढ़ियों से हम इस धंधे को कर रहे हैं। उस जमाने में जब ₹100 में एक बीघा जमीन मिलती थी, तब से हम जमीन खरीदकर यहां रह रहे हैं।’