राजधानी दिल्ली में एक पादरी ने आरोप लगाया कि अज्ञात व्यक्तियों के ग्रुप ने उन्हें पीटा अपमानित किया और जय श्री राम का नारा लगाने के लिए मजबूर किया। यह घटना बीते 25 फरवरी को दक्षिण दिल्ली के फतेहपुर बेरी में हुई। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) हर्षवर्धन ने कहा कि शिकायत के आधार पर हमने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 365 (गुप्त रूप से और गलत तरीके से व्यक्ति को बंधक बनाने के इरादे से अपहरण करना), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए सजा), 341 (गलत प्रतिरोध के लिए सजा) और 34 (सामान्य मंशा की पूर्ति के लिए कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मामले की जांच जारी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पादरी टेट ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि 25 फरवरी को जब वह अपने एक दोस्त से मिलने के बाद काम पर जा रहे थे, तब अज्ञात व्यक्तियों के एक समूह ने उन्हें परेशान किया और जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए मजबूर किया। अधिकारियों के मुताबिक, टेट ने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों ने उनके साथ मारपीट की, उनकी बाइबिल छीनकर उसे फाड़ने की कोशिश की और उनके हाथ-पैर तोड़ने की धमकी भी दी।