गाजियाबाद पुलिस लाइन में खड़ी सीज की गई कार से सामान चोरी होने के मामले में एक सिपाही, दो कबाड़ी और एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दोनों कबाड़ियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने सिपाही की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इस मामले में मेरठ में तैनात एक इंस्पेक्टर की भूमिका भी संदिग्ध है। इनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है।
गांव साहिबाबाद निवासी सोनू एक कार कंपनी में मैकेनिक हैं। उन्होंने बताया कि 22 फरवरी को वह कार लेकर जा रहे थे तो अर्थला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक पुलिस ने चेकिंग के लिए रोक लिया। दस्तावेज नहीं होने पर ट्रै्फिक पुलिस ने उनकी कार सीज कर पुलिस लाइन में खड़ी कर दी। सोनू का कहना है कि 26 फरवरी को वह कोर्ट से रिलीज ऑर्डर लेकर पुलिस लाइन पहुंचे तो उनकी कार से साइलेंसर, सीएनजी कैप और दोनों ऑटो सेंसर गायब थे। मौके पर दो कबाड़ी व ड्यूटी दे रहा सिपाही मौजूद था। सिपाही से शिकायत करने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने आला अधिकारियों से शिकायत की। एएसपी सदर आकाश पटेल ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की तो सीज गाड़ियों से सामान चोरी होने का खेल उजागर हो गया।
पीटीएस के इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध : जानकारी के मुताबिक, कार से सामान चोरी होने के दौरान मेरठ पीटीएस (पुलिस ट्रेनिंग स्कूल) में तैनात एक इंस्पेक्टर भी अपनी कार लेकर कबाड़ियों के साथ पुलिस लाइन में मौजूद थे। उनकी कार का पहिया भी बदला जा रहा था। इसके चलते इंस्पेक्टर की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत हो रही है। इसी के चलते इंस्पेक्टर के खिलाफ भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पुलिस कर्मियों की शह पर गाड़ियों से सामान चोरी होने का खुलासा होने पर महकमे में हड़कंप मच गया है।
पुलिसकर्मियों की शह पर चोरी की बात कही
शनिवार देर रात तक चली जांच-पड़ताल के बाद कार मालिक सोनू ने इस संबंध में कविनगर थाने में तहरीर दी। जिसके आधार पर पुलिस ने नगर कोतवाली के इस्लामनगर निवासी कबाड़ियों यूसुफ, नावेद और सिपाही महेंद्र के खिलाफ सरकारी सामान का गबन और चोरी का केस दर्ज कर लिया। पूछताछ करने पर कबाड़ियों ने बताया कि वह पुलिस कर्मियों की शह पर पुलिस लाइन में दाखिल होने वाली गाड़ियों से सामान चोरी करते थे। कविनगर एसएचओ आनंद प्रकाश मिश्र का कहना है कि दोनों कबाड़ियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
लगातार मिल रही थी शिकायतें
बताया जा रहा है कि पुलिस लाइन के अलावा विभिन्न थानों में दाखिल वाहनों से सामान चोरी होने की शिकायतें लगातार आ रही थीं। इसी कड़ी में ताजा मामला सामने आने पर एएसपी सदर ने खुद मौके पर जाकर छापेमारी की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वाहनों से सामान चोरी की घटनाएं रोकने के लिए ही सिपाही समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
सीओ कविनगर अवनीश कुमार ने बताया कि कबाड़ियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि सिपाही की तलाश की जा रही है। इंस्पेक्टर की भूमिका की जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।