मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के कटेसर गांव के रमनगरा टोला में रविवार दोपहर में भीषण आग लग गई। एक के बाद एक दो सिलेंडर विस्फोट से गांव में भगदड़ मच गई। घर से सामान निकाल रहे लोग बाल-बाल बच गए। सिलेंडर फटने के बाद आग की लपटें तेजी से घरों को अपनी चपेट में लेती चली गई। अगलगी में सात घर समेत दस लाख की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई।
सूचना पर सकरा थाना से मिनी दमकल टीम के अलावा जिला से छोटी दमकल की गाड़ी लेकर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से आग बुझायी। इससे पहले ग्रामीणों ने बोरिंग चलाकर भी आग बुझाने के प्रयास में लगे थे। लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थी कि आसपास के सभी घरों को जलाकर नष्ट कर दिया। टोले में ताड़ के पेड़ व कई वृक्ष भी झुलस गए। वहीं जिला से कटेसर रमनगरा के लिए चली दमकल की बड़ी गाड़ी क्षतिग्रस्त दोनमा लहोरना पुल के पास से वापस लौट गयी। आग की चपेट में आकर एक एक कर सभी घर डीहू धु धु कर जल जिस ।
ग्रामीण संजीत कुमार, वार्ड सदस्या हसीबुल खातून, पंकज कुमार, बरियारपुर ओपी प्रभारी राजेश यादव, राजस्व कर्मचारी रमेशचन्द्र सिंह आदि मौके पर पीड़ितों की मदद में जुटे थे। ग्रामीणों ने बताया कि अगलगी में गणेश राय, उमेश राय, महेश राय, सकलदीप राय, संजीत राय, कुलदीप राय, अनरजीत राय आदि के घर जल गए। घरों में रखे अनाज, कपड़े, आभूषण, बर्तन आदि जलकर राख हो गए।
घटना के वक्त खेत में थे अधिकांश लोग
पीड़ितों ने बताया कि दोपहर बाद अचानक एक घर से आग की लपटें उठने लगी जो देखते ही देखते दूसरे घरों को अपनी चपेट में लेती चली गई। घटना के वक्त अधिकांश लोग खेत में काम कर रहे थे। आग की लपट देख सभी घर की ओर दौड़े। पीड़ितों ने बताया कि सिलेंडर फटने के बाद लोगों में दहशत फैल गया। घरों से सामान निकाल रहे लोग डरकर दूर हट गए और सबकुछ जलकर राख हो गया। आग बुझाने में भी काफी डर लग रहा था। दस लाख से अधिक की संपत्ति राख हो गई। मुखिया कामता कुमारी ने सकरा सीओ से अविलंब अग्निपीड़ित परिवारों को सरकारी सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है।