राजस्थान में भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा एक बार फिर धरने पर बैठ गए है। किरोड़ीलाल डीडवाना गैंगरेप पीड़िता के परिजनों के साथ जयपुर में एसएमएस अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए। किरोड़ीलाल ने गहलोत सरकार से आरोपियों को गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी देने और 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है। किरोड़ी लाल ने गहलोत सरकार से मांग की है कि गैंगरेप की घटना को अंजाम देने वाले प्रभावशाली लोगों के खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाए।
किरोड़ी को मिला उपनेता प्रतिपक्ष का साथ
उल्लेखनीय है कि नागौर जिले के डीडवाना कस्बे में एक दलित महिला से गैंगरेप के बाद मौत हो गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भाजपा सांसद किरोड़ीलाल धरने पर बैठे हैं। राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के सामने धरने पर बैठे किरोड़ी लाल मीणा को इस बार विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ का साथ मिला है। किरोड़ी के धरने पर भाजपा विधायक राजेंद्र सिंह राठौड़ भी पहुंचे हैं। किरोड़ीलाल ने कहा कि समय रहते पुलिस एक्शन लेती तो यह घटना घटित नहीं होती। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पॉलीटिकल प्रेशर के जरिए पुलिस मामले को दबाना चाह रही है। किरोड़ी लाल ने कहा कि डीडवाना की घटना से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान लग गए है।
गैंगरेप पीड़िता की एसएमएस अस्पताल में हो गई मौत
उल्लेखनीय है कि गैंगरेप के बाद जब महिला घायल अवस्था में डीडवाना में पाई गई तो उसे इलाज के लिए राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पीड़िता ने इलाज के दौराना दम तोड़ दिया। ऐसे में न्याय की मांग को लेकर पीड़िता के परिजन मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। जहां राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा भी धरना स्थल पर पहुंचे। परिजनों का कहना है कि मामले को लेकर पुलिस ने सिर्फ कुछ छोटे लोगों को ही गिरफ्तार किया है। जबकि गैंगरेप का मुख्य आरोपी पकड़ से बाहर है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य आरोपी की ओर से राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा है। जिसके चलते पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है। मीणा ने कहा कि आनन-फानन में मृतक महिला का पोस्टमार्टम कर दिया गया। जबकि हमारी मांग है कि मेडिकल बोर्ड बनाकर और वीडियोग्राफी के जरिए एक बार फिर से पोस्टमार्टम किया जाए ताकि किस कारण से महिला की मौत हुई उसका पता चल सके।