गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में स्थित केडब्ल्यू सृष्टि सोसाइटी में सोमवार रात करीब आठ बजे 25 वर्षीय फैशन डिजाइनर 11वीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। घटना के बाद सोसाइटी में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पहुंची नंदग्राम पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस के मुताबिक मृतका ने डायरी में सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने परिवार और नौकरी के तनाव का जिक्र किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
मूलरूप से गोविंदपुरम मेरठ के रहने वाले सतीश दीक्षित मेरठ रोड पर नमकीन की फैक्ट्री चलाते हैं। परिवार में पत्नी आशा, बड़ी बेटी श्रुति, मंझली बेटी आयुषी और और बेटा निकिश थे। सतीश दीक्षित परिवार के साथ करीब दो साल से केडब्ल्यू सृष्टि सोसाइटी के जे-ब्लॉक में फ्लैट नंबर 1101 में किराए पर रह रहे थे। हिमाचल के कांगड़ा से फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद आयुषी दीक्षित करीब तीन साल से सेक्टर-5 नोएडा स्थित गौरव स्टूडियो पर फैशन डिजाइनर की जॉब करती थी।
पुलिस के मुताबिक सोमवार को फ्लैट पर आयुषी अपनी मां आशा के साथ थी। दोनों मां-बेटी एक ही बेड पर लेटे हुए थे। रात करीब आठ बजे आयुषी बालकनी में पहुंची और मूढा रखकर ग्रिल के ऊपर से छलांग लगा दी। सोसाइटी में चहल-पहल के बीच 11वीं मंजिल से युवती के नीचे गिरने के बाद अफरा-तफरी मच गई। शोर-शराबा सुनकर मां आशा ने नीचे झांककर देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई।
जो मुकाम हासिल करना चाहती थी, वह नहीं कर पाई….
सोसायटी के लोगों ने नंदग्राम पुलिस को सूचना दी। एसएचओ अमित काकरान फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। एसएचओ के मुताबिक आयुषी ने अपनी डायरी में एक सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें उसने अपने पिता को लेकर कुछ बात लिखी हैं। साथ ही नौकरी के तनाव का जिक्र भी किया है। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि वह जो मुकाम हासिल करना चाहती थी, उसे हासिल नहीं कर पाई।
पुलिस ने मोबाइल और डायरी कब्जे में ली…..
आयुषी की मां आशा ने बताया कि आयुषी अपने पिता की सबसे लाडली थी। वह अक्सर नौकरी के तनाव की बात बताती थी। अक्सर देर रात नौकरी से आना और जल्दी नौकरी पर जाना, उसके शेड्यूल में शामिल था। इसी बात को लेकर वह तनाव में रहती थी। एसएचओ अमित काकरान का कहना है कि मृतका की डायरी और मोबाइल कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।