दिल्ली के पंजाबी बाग में एक युवक ने मोबाइल चोरी होने पर दोस्तों से पूछताछ की तो वे उसे जबरन उठा ले गए और चलती ट्रेन के सामने फेंक दिया। ट्रेन की चपेट में आकर युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पंजाबी बाग थाना पुलिस ने घायल युवक के बयान पर केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश कर रही है। वारदात के बाद से दोनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल 20 वर्षीय दिलीप कुमार ट्रांसपोर्ट नगर पंजाबी बाग में रहता है। दिलीप मूलत: बिहार के नालंदा का रहने वाला है। वह पिछले कई वर्षों से यहां रहकर मनोज ठेकेदार के पास काम करता है, जबकि आरोपी हीरा और एक नाबालिग उसके घर के पास ही रहते हैं।
दिलीप ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि हीरा और नाबालिग अक्सर नशा करने के लिए उसकी दुकान से सामान चोरी कर बेच देते हैं। पांच फरवरी की रात को दुकान से सामान चोरी करने को लेकर दिलीप का हीरा से झगड़ा हुआ था। इसी बीच हीरा का साथ देने के लिए नाबालिग भी आ गया। देर रात तक झगड़ा शांत हुआ तो तीनों साथ ही सो गए। सुबह छह बजे दिलीप उठा तो उसका मोबाइल फोन गायब था। दिलीप ने नाबालिग और हीरा को उठाकर उनसे मोबाइल के बारे में पूछा तो दोनों झगड़ा करने लगे। झगड़े के दौरान दोनों ने उसकी जमकर पिटाई की और फिर जबरन उसे उठाकर रेलवे ट्रैक पर ले गए, जहां आरोपियों ने दिलीप को आ रही ट्रेन के सामने फेंक दिया। दिलीप ट्रेन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, दोनों आरोपी वारदात के बाद वहां से फरार हो गए।
युवक को ट्रैक पर पड़ा देख राहगीरों ने पुलिस को दी सूचना
हादसे के बाद गंभीर रूप से घायल दिलीप वहीं पड़ा था, तभी ट्रैक से गुजर रहे लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पंजाबी बाग थाना पुलिस ने दिलीप को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से हालत गंभीर होने पर उसे एम्स अस्पताल में रेफर कर दिया। 10 फरवरी को होश में आने पर पीड़ित ने पुलिस को बयान दिया, जिसके बाद पुलिस केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुटी है।