शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। शीर्ष अदालत को आदेश की प्रति नहीं मिलने पर मामले की सुनवाई 14 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई। पूर्व मीडिया दिग्गज मुखर्जी अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत की न्यायिक हिरासत में हैं।
मुखर्जी ने हाल ही में दावा किया था कि उनकी बेटी शीना बोरा जिंदा है। मुखर्जी ने अपने वकील सना रईस खान के माध्यम से आठ पन्नों के लिखित आवेदन में अदालत से मांग की है कि वह सीबीआई को उनके दावों के जवाब में एक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दे।
आवेदन में एक महिला का जिक्र है जिसने मुखर्जी को कथित तौर पर बताया कि वह श्रीनगर में जून, 2021 में एक महिला से मिली थी, जो शीना बोरा की तरह दिखती थी। जब महिला ने उससे पूछा कि क्या आप शीना बोरा हो तो उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया। आवेदन में इसका दावा किया गया है।
महिला ने अपना परिचय आशा कोरके के रूप में दिया है, जो कि एक पूर्व पुलिस निरीक्षक है। उसे जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह भी उस केस में शामिल हैं। महिला ने कथित तौर पर भायखला महिला जेल के अंदर मुखर्जी से शीना बोरा के जिंदा होने का दावा किया था।
आपको बता दें कि इंद्राणी मुखर्जी को 2015 में उनके तत्कालीन पति पीटर मुखर्जी और उनके पूर्व पति संजीव खन्ना के साथ शीना बोरा की हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।