रविवार देर शाम एक संयुक्त कार्रवाही में सुरक्षा एजेंसियों ने भारत-पाक अंर्तराष्ट्रीय सीमा के पास एक गांव से 14.740 किलोग्राम हेरोइन बरामद की। बरामद खेप की बाजार कीमत करीब 35 करोड़ रुपए आंकी गयी। आशंका जताई जा रही है कि यह खेप सीमा पार पाकिस्तान से तस्करी के जरिए लाई गयी है और आगे पंजाब भेजी जानी थी। इस इलाके में बीते एक साल के दौरान हेरोइन पकड़े जाने का यह तीसरा मामला है।
पाकिस्तान से आने की आाशंका
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि जिस जगह से खेप बरामद की गयी है, वह भारत-पाक अंर्तराष्ट्रीय सीमा से महज 1200 मीटर दूर है। पुलिस ने बताया कि रविवार को एसओजी बीते साल जुलाई में पकड़ी गयी खेप के मामलें में कमलप्रीत को लेकर पांचला गांव में सीन रिक्रिएट करने पहुंची थी। उसी दौरान उसे झाड़ियों में छुपा कर रखी गयी हेरोइन की खेप बरामद हुई। आंशका जताई जा रही है कि यह खेप जुलाई में बरामद खेप का हिस्सा है, जिसे छुपाकर रखा गया था और अब बरामद हुई है।
हेरोइन का पंजाब कनेक्शन
बीते कुछ साल में बाड़मेर के सीमावर्ती इलाकों में मिली हेरोइन पाकिस्तान से ले जाकर पंजाब भेजे जाने की जानकारियां सामने आती रही हैं। बीते साल 7 जुलाई को भी एसओजी ने सीमावर्ती पांचला गांव की सरहद में 22 किलो हेरोइन बरामद की थी। यह खेप भी सीमा पार से आई थी। इस मामले में पुलिस ने पांचला व अभे का पार निवासी देरावरसिंह, कालूसिंह, खेतसिंह व देवीसिंह को पकड़ा था। जांच के दौरान यह खेप पंजाब भेजे जाने की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस ने दो पंजाबी तस्करों कमलप्रीतसिंह व अर्जुनकुमार को पकड़ा था। दोनों तस्कर उस वक्त पकड़े गए, जब वो खेप लेने के लिए सीमावर्ती इलाकों में रेकी कर रहे थे।
एक वर्ष में तीसरी खेप
सीमा पार से बीते एक वर्ष में हेरोइन की यह तीसरी खेप आई। पहली खेप फरवरी 2021 में रमजान की गफन निवासी बच्चू खां के कब्जे से बरामद की गई थी। इसमें सात किलो हेरोइन मिली थी। दूसरी खेप जुलाई माह में पांचला की सरहद में मिली, जिसमें 22 किलो हेरोइन थी। तीसरी खेप रविवार को बरामद हुई।