समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में उत्तर प्रदेश चुनाव लड़ रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के नेता ओमप्रकाश राजभर ने बताया है कि किस बात को लेकर उनका यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से झगड़ा हुआ। उन्होंने कहा कि योगी के साथ उनकी इतनी लड़ाई हुई कि गृहमंत्री अमित शाह ने दो बार आकर सुलह की कोशिश की। राजभर ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार इस तरह मुख्यमंत्री बनाम कैबिनेट मंत्री की लड़ाई हुई।
ओपी राजभर ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा, ”हम मुद्दों की राजनीति करीब 42 साल से कर रहे हैं। बेसक हम सदन में लंबे समय के बाद आए। 18 महीने में मैंने प्रदेश की राजनीति में यह दिखाया, कि हम अपने लिए नहीं, वंचित, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक के हक अधिकार के लिए, हम विधानसभा में आए।”
योगी सरकार में मंत्री रहे राजभर ने बताया कि किस तरह मुख्यमंत्री के साथ उनके विवाद चल रहे थे। उन्होंने कहा, ”विधानसभा के अंदर पूरे प्रदेश ही नहीं देश की जनता ने देखा कि पहली बार आजादी के बाद, 70 साल से वोट पड़ रहे हैं, विधायक चुने जा रहे हैं, विधानसभा में मुख्यमंत्री बनाम कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और ओमप्रकाश राजभर दोनों लोगों में इतनी लड़ाई हुई, इतनी लड़ाई हुई कि हमारे देश के गृहमंत्री अमित शाह को दो बार लखनऊ आकर पंचायत करनी पड़ी।”
राजभर ने कहा, ”हमने कहा कि जो वादा आपने हमसे किया था, हम भी नहीं मांग रहे हैं, हम कोई ठीका, पट्टा या नौकरी नहीं मांग रहे हैं, हमसे जो उन्होंने कहा था कि सरकार बनवा दो हम जातिवार जनगणना करवा देंगे। हमारी शर्त थी जातिवार जनगणना, सामाजिक न्यास समिति की रिपोर्ट लागू करवाना, हमारा मुद्दा था प्रदेश में एकसमान और अनिवार्य मुफ्त शिक्षा, हमारा मुद्दा था घरेलू बिजली बिल माफ करना।”