ब्रिटेन में कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान पार्टियों के आयोजन के लिए प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बेशक माफी मांग ली है, लेकिन उनकी मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं। लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री जॉनसन और डाउनिंग स्ट्रीट के कर्मचारियों द्वारा आयोजित की गईं पार्टियों से संबंधित एक जांच में कहा गया है कि ये नियमों का ”घोर उल्लंघन” थीं।
वरिष्ठ लोकसेवक सू ग्रे ने अपनी रिपोर्ट में निष्कर्ष दिया कि सरकार में ‘नेतृत्व और निर्णय की विफलताएं थीं तथा कुछ चीजों को होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी।’ जॉनसन ने सोमवार रात को कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों को संबोधित किया। जॉनसन ने कहा कि उन्होंने आलोचनाओं को गंभीरता से लिया है और वह इस मामले के मद्देनजर सरकार चलाने के तरीके में बदलाव लाएंगे। उन्होंने संसद में सांसदों से कहा, ”मुझे उम्मीद है कि मैं इसे ठीक कर दूंगा।
उप प्रधानमंत्री डॉमिनिक राब ने मंगलवार को जॉनसन का बचाव करते हुए कहा, उनका मानना है कि उन्होंने हर समय उनकी सलाह पर बेहतर ढंग से काम किया। पुलिस द्वारा जिन कार्यक्रमों के बारे में जांच की जा रही है, उनमें जॉनसन के लिए जून 2020 की जन्मदिन की पार्टी और अप्रैल 2021 में प्रिंस फिलिप के अंतिम संस्कार की पूर्व संध्या पर आयोजित दो सभाएं भी शामिल हैं। रिपोर्ट का निष्कर्ष जॉनसन के लिए एक झटका है, जिन्होंने पहले कहा था कि नियमों का हर समय पालन किया गया।
ग्रे के निष्कर्ष 16 में से केवल चार कार्यक्रमों से संबंधित हैं, जिनकी उन्होंने जांच की थी। विपक्षी नेताओं और जॉनसन की पार्टी के कुछ सांसदों ने भी इस मामले की आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में सोमवार को, एक कंजर्वेटिव सांसद ने कहा कि उन्होंने अपनी दादी के अंतिम संस्कार के दौरान लॉकडाउन नियमों का पालन किया था। उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री सोचते हैं कि मैं मूर्ख हूं।’
पूर्व प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने जॉनसन और उनके कर्मचारियों पर यह सोचने का आरोप लगाया कि नियम उन पर लागू नहीं होते हैं। सोमवार को जॉनसन से अपना समर्थन वापस लेने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री एंड्रयू मिशेल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह एक ऐसा संकट है, जो दूर नहीं होने वाला है और पार्टी को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है।