हल्द्वानी के दमुवाढूंगा क्षेत्र में कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे रिटायर्ड दरोगा और उनकी पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह बड़ी बहू जब चाय देने पहुंची तो दोनों को अचेत अवस्था में देखकर सन्न रह गई। दंपति को शहर के ही एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वार्ड नम्बर 35 नियर हरदा चौराहा दमुवाढूंगा निवासी 62 वर्षीय किशन राम चन्याल ऊधम सिंह नगर जिले में दरोगा के पद पर तैनात थे। वर्ष 2019 में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। परिजनों ने बताया कि रविवार देर शाम खाना खाने के बाद किशन राम और उनकी पत्नी रेवती (60) कमरे में सोने के लिए चले गए।
कमरे में दरवाजे, खिड़की बंद कर उन्होंने अंगीठी जलाई और सो गए। दरवाजे खिड़की बंद होने से कमरे के अंदर अंगीठी का धुआं भर गया जिससे दोनों की दम घुटने से मौत हो गई। सोमवार सुबह जब बड़ी बहू गुंजन कमरे में गई तो सास- ससुर को अचेत पड़े देखा। परिजनों की मदद से दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक किशन राम तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनका एक भाई आनंद सरकारी स्कूल में शिक्षक तो दूसरा भाई दरपान बेरीनाग में ही अपना कारोबार करते हैं। किशन राम का बड़ा बेटा सूर्यप्रकाश हल्द्वानी में व्यवसाय करता है। जबकि छोटा बेटा पवन गंगोलीहाट में पटवारी है। दो मौतों से परिजनों और रिश्तेदारों में कोहराम मचा हुआ है।