करहल सीट से अखिलेश यादव के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता एसपी सिंह बघेल ने भरोसा जताया है कि वह सपा के गढ़ में इसके अध्यक्ष के खिलाफ जीत हासिल करने में कामयाब रहेंगे। केंद्रीय कानून राज्य मंत्री बघेल ने पर्चा दाखिल करने के बाद कहा कि अमेठी और कन्नौज का किला भी ढहते हुए देखा है और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी चुनाव हार गईं थीं। अचानक इस तरह बिना किसी ऐलान उनके करहल से पर्चा दाखिल करने को लेकर जब मीडिया ने सवाल किया तो बघेल ने हंसते हुए कहा कि वह मिलिट्री साइंस के प्रोफेसर हैं और युद्ध में सरप्राइज का बहुत महत्व होता है।
यादव परिवार के खिलाफ आप पहले भी लड़ चुके हैं, आपके अनुभव को देखते हुए बीजेपी ने अखिलेश यादव के खिलाफ उतारा है? इसके जवाब में बघेल ने कहा, ”यह हाईकमान से पूछिए कि किन आधार पर उन्होंने मुझे लड़ाया है, लेकिन यदि समाजवादी पार्टी ने यहां अपने नंबर वन आदमी को यहां से लड़ाया है, बीजेपी ने कुछ सोचा होगा। मैं कार्यकर्ता और संगठन की ताकत और पीएम मोदी के आशीर्वाद से यह चुनाव लड़ेंगे।”
कभी मुलायम सिंह यादव के पीएसओ रहे बघले ने कहा कि 2002 में बीजेपी करहल सीट से जीत चुकी है। उन्होंने कहा, ”मुझे सात साल की उम्र के बाद सारे रिकॉर्ड याद हैं। लोकतंत्र में किसी को किला ना कहें, अगर वो किले हैं, मैंने अमेठी के किलो को ढहते देखा, मैं भी हेलिकॉप्टर लेकर वहां गया था। कुछ साल पहले ही कन्नौज में डिंपल यादव निर्विरोध जीतीं। इसके बाद वह 2014 में हारते-हारते बचीं और 2019 में हार ही गईं। फिरोजाबाद में भी इनकी पत्नी और भाई हारे हैं।”
पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को धन्यवाद देते हुए बघेल ने कहा कि गढ़ बहुत बार ध्वस्त हुए हैं। ये लोकतंत्र है, जनता का राज है, जनता वोट की चोट से किसी को बी धाराशायी कर सकती है। क्या आप अखिलेश को हरा देंगे? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ”100 फीसदी, जनता हराएगी, मैं कौन होता हूं। यदि हारने की श्रृंखला में नाम लूं तो इंदिरा गांधी भी चुनाव हारी हैं।”