पटना के कोतवाली थाने के ठीक सामने मौर्य कॉम्पलेक्स में स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम को गुरुवार की देर रात अपराधियों ने तोड़ने का प्रयास किया। गैस कटर से एटीएम का ऊपरी हिस्सा अपराधी काट चुके थे। साथ ही कैश बॉक्स के दरवाजे को भी अलग कर दिया गया था।
हालांकि, अपराधी कैश बॉक्स को पूरी तरह से तोड़ने में असफल रहे। 22 लाख 46 हजार 500 रुपये चोरी होने से बच गये। इसी क्रम में कोतवाली थाने की पुलिस को रात के एक बजकर 31 मिनट पर निशा इंडस्ट्रियल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड जो बैंक के लिये ई-सर्विलांस का काम करती है की ओर से एटीएम में तोड़फोड़ होने की खबर मिली।
सीसीटीवी कैमरे के जरिये ही मुंबई स्थित कंपनी के दफ्तर में बैठे कंर्मियों ने ऑनलाइन चोरों को देख लिया। वहां से सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस समय रहते मौके पर पहुंची तो देखा कि एटीएम का शटर गिरा है। शटर उठाने पर अंदर एटीएम क्षतिग्रस्त मिला। अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
एटीएम के अंदर से एक गैस कटर और खंती रखी हुई थी जिसे छोड़कर चोर भाग खड़े हुये। इस बाबत सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया मेन ब्रांच के मैनेजर सुदेश कुमार ने अज्ञात अपराधियों पर कोतवाली थाने में केस दर्ज करवाया है।
पुलिस पर नजर रख रहे थे अपराधी
एटीएम काटने वाले अपराधी पुलिस की रेकी कर रहे थे। किसी को शक न हो इस कारण एटीएम का शटर गिरा दिया गया था। इसके साथ गैंग के सदस्यों को पता था कि एटीएम में लगे कैमरे में उनकी तस्वीर कैद हो रही है, जिसे मुंबई स्थित दफ्तर में बैठे कर्मी देख रहे होंगे। लिहाजा असफल होने पर तुरंत अपराधी वहां से निकल गये। पुलिस के मुताबिक दो से सवा दो बजे के बीच अपराधी एटीएम में घुसे थे।
गंजी पहने भागे-दौड़े पहुंचे थानेदार
थाने के सामने एटीएम काटे जाने की खबर मिलते ही थानेदार सुनील कुमार सिंह गंजी पहने ही भागे-दौड़े घटनास्थल पर पहुंच गये। चारो ओर से पुलिसकर्मियों ने एटीएम को घेर लिया। पुलिस को शक था कि अपराधी एटीएम के अंदर हैं। लिहाजा जवानों ने हथियार तान दी। हालांकि, आवाज लगाते हुये जब पुलिस ने एटीएम का शटर खोला तो अंदर अपराधी नहीं मिला।