राजस्थान में बांसवाड़ा जिले के आनंदपुरी थाना क्षेत्र में कुछ बदमाश एक नाबालिग का अपहरण कर ले गए। वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब घर पर लड़की अकेली थी। मां खेत पर काम करने गई थी और पिता भी किसी काम से बाहर गया था। पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि सात दो पहिया वाहनों पर आए बदमाश लड़की को उठाकर ले गए। लड़की ने शोर मचाया तो मां मौके पर पहुंची, लोगों से मदद मांगी, तब तक बदमाश भाग चुके थे। घटना 20 जनवरी की है।
गलत मंशा से बेटी के अपहरण की एफआईआर
पीड़ित मां ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि बदमाशों ने गलत मंशा के चलते उसकी बेटी का अपहरण किया है। वह उसे पत्नी बनाना चाहते हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी का जन्म दिनांक 7 अगस्त 2009 का है। बेटी घर में अकेली थी। तभी अमलिया निवासी विजयपाल पारगी, दांडव निवासी सुरेश पारगी सहित करीब 12 लोग सात बाइक से उसके घर पहुंचे। वहां घर में अकेली बेटी को देख उन्होंने उसे उठा लिया और बाइक पर जबरन बिठाकर ले गए।
पुलिस कर रही मामले की जांच
मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता चला है कि आरोपी व लड़की गुजरात सीमा पार कर चुके हैं। उधर, जांच अिधकारी हेड कांस्टेबल जितेंद्र ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया है। आसपास लोगों से पूछताछ करने पर इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि अपहरण करने वाले लोग हथियारों के साथ आए थे। घटना की जांच जारी है। आरोपी के घर पर सिर्फ उसकी भाभी मिली, बाकी सभी सदस्य फरार है।