महाराष्ट्र के एक गांव में नग्न नृत्य कार्यक्रम आयोजित करने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला नागपुर से 100 किलोमीटर दूर उमरेड तालुका के ब्राम्हनी गांव का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है। त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी नागपुर ने एसआईटी जांच के आदेश दे दिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को सोशल मीडिया पर एक न्यूड डांस का वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया। ऐसा दावा किया जा रहा है कि 17 जनवरी को ये घटना हुई जिसमें 100 रुपए का लालच देकर लोगों को वीडियो देखने का लालच दिया गया था। इस मामले में तुरंत एक्शन लेते हुए एसपी नागपुर ग्रामीण विजय मगर ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही एसआईटी जांच के आदेश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि मामले में ग्रामीणों और गांव के सरपंच ने घटना गांव में होने से इन्कार किया है। नागपुर जिले के डिप्टी एसपी (मुख्यालय) संजय पुरंदरे ने बताया, “पूजा गायकवाड़ के नेतृत्व में एसआईटी टीम रविवार से जांच शुरू करेगी।”
क्या है मामला
बताया गया है कि 17 जनवरी को गांव के ब्राम्हणी गांव में ग्रामीणों ने शंकरपत (बैलगाड़ी दौड़) कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का लुत्फ उठाने के बाद आयोजकों ने 100 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से युवकों को नग्न नृत्य देखने का लालच दिया। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि वीडियो उमरेड तालुका के ब्राह्मणी गांव का है, लेकिन गांव के सरपंच रितेश अंबोन ने दावा किया है कि यह मामला उनके गांव का नहीं है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो हमारे गांव का नहीं है। हमने 17 जनवरी को शंकरपत का आयोजन किया और उसके बाद लावणी कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें कोई नग्नता नहीं थी।
हालांकि डिप्टी एसपी पुरंदरे ने कहा कि सरपंच झूठ बोल रहा है। हम मामले की जांच कर रहे हैं। हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या स्थानीय पुलिस और शो के आयोजन के लिए आयोजकों के बीच कोई सांठगांठ थी? उमरेड पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर यशवंत सोल्से ने कहा, “हमने इस संबंध में गांव से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और जांच कर रहे हैं कि इस कार्यक्रम की मेजबानी में उनकी कोई भागीदारी है या नहीं?”