इंडोनेशिया की संसद ने देश की राजधानी को जकार्ता से नुसंतारा स्थानांतरित करने के लिए एक कानून पारित किया है। इंडोनेशिया के नेता सालों से जकार्ता से राजधानी हटाने की कोशिश में जुटे हुए थे। लेकिन इंडोनेशिया राजधानी को जकार्ता से क्यों हटाया जा रहा, आइए समझने की कोशिश करते हैं।
जकार्ता में क्या दिक्कत आ गई?
अगस्त 2019 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने पहली बार घोषणा की थी कि राजधानी जकार्ता से स्थानांतरित किया जाएगा। लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इस कदम में देरी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक राजधानी का शुरुआती स्थानांतरण 2022 और 2024 के बीच शुरू होगा। जकार्ता आजादी के बाद से अब तक राष्ट्रीय राजधानी के रूप में रहा है। जकार्ता एक जर्जर शहर बनता जा रहा था। भीड़भाड़ से लेकर प्रदूषण तक जकार्ता की दिक्कतें बढ़ती जा रही थी। इस सबसे इतर, सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि जकार्ता में जलवायु परिवर्तन के कारण डूबने का खतरा था।
कितनी तेजी से डूब रहा है जकार्ता?
वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम की रिपोर्ट बताती है कि जकार्ता समुद्र के पास दलदली जमीन पर स्थित है। इसके कारण यह लगातार बाढ़ की चपेट में आता रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह धरती पर सबसे तेजी से डूबने वाले शहर में से है। भूजल के अति-निष्कर्षण के कारण यह खतरनाक दर से जावा सागर में मिलता जा रहा है। करीब एक करोड़ वाला यह शहर धीरे-धीरे डूब रहा है। कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि 2050 तक जकार्ता पूरी तरह से डूब सकता है।
नुसंतारा के बारे में जानिए
राजधानी के लिए इस शहर को राष्ट्रपति विडोडो ने चुना है। यह एक जावानीस शब्द है जिसका इंडोनेशियाई भाषा में अर्थ ‘द्वीपसमूह’ के तौर पर होता है। यह क्षेत्र बोर्नियो द्वीप पर कालीमंतन के जंगल के भीतर स्थित है। इंडोनेशिया की राष्ट्रीय योजना और विकास एजेंसी के आंकड़ों के मुताबिक़ नई राजधानी के लिए कुल जमीन करीब 2,56,143 हेक्टेयर होगा। इंडोनेशिया दुनिया के तीसरे सबसे बड़े द्वीप बोर्नियो के अधिकांश हिस्से का मालिक है, जिसमें मलेशिया और ब्रुनेई प्रत्येक के उत्तरी क्षेत्र के हिस्से हैं।
इंडोनेशियाई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ नई राजधानी को सरकार ने कम कार्बन वाले ‘सुपर हब’ के तौर पर तैयार करेगी जो फार्मास्युटिकल, हेल्थ और टेक्नोलॉजी क्षेत्रों का समर्थन करेगा। नुसंतारा का नेतृत्व एक चीफ अथॉरिटी करेगा जिसका पद एक मंत्री के बराबर होगा।
पिछले कुछ सालों में और देशों ने राजधानी बदले हैं?
इसका जवाब हां है। कजाकिस्तान और म्यांमार ने पिछले कुछ सालों में अपने राजधानी बदले हैं। 1997 में कजाकिस्तान ने अपनी राजधानी को अल्माटी से अस्ताना में स्थानांतरित कर दिया था। 2019 में अस्ताना का नाम बदलकर नूर-सुल्तान कर दिया गया था। म्यांमार ने 2005 में अपनी राजधानी को यांगून से दूसरे नियोजित शहर नायपीडॉ में स्थानांतरित किया था।