मध्य प्रदेश की रतलाम पुलिस ने बड़ी मात्रा में अवैध हथियारों और जिंदा कारतूस के साथ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी रतलाम और धार के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने 8 पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। खास बात यह कि इनमें से एक आरोपी ने पिस्टल बेचने के लिए वॉट्सएप ग्रुप का सहारा लिया था। पुलिस ने जांच शुरू की तो कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए गिरोह के 11 आरोपी शिकंजे में आ गए। इनकी उम्र भी 20 से 27 साल के बीच है।
अवैध पिस्टल बेचने की मिली थी सूचना
रतलाम एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि रविवार 16 जनवरी को माणकचौक थाना क्षेत्र के ग्राम करमदी में एक आरोपी द्वारा अवैध पिस्टल बेचने की सूचना मिली थी। इस पर कार्यवाही करते हुए धार के जिले रहने वाले 21 वर्षीय आरोपी सुनील धाकड़ को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से एक पिस्टल और एक जिंदा कारतूस जब्त हुआ। पूछताछ में सुनील ने बताया कि उसने वॉट्सएप ग्रुप में पिस्टल के साथ तस्वीर डाली थी और स्टेटस भी लगाया था। इसके बाद कई युवा उससे ग्राहक बनकर जुड़ने लगे।
इस तरह से हुआ खुलासा
पुलिस ने सुनील धाकड़ को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने अविनाश उर्फ अर्जुन से सात पिस्टल खरीदने की बात कही। सख्ती से पूछताछ पर सुनील ने 20 से 25 हजार में पिस्टल बेचने की बात कबूली और बेचने वालों के नाम बताए। इसमें धार और रतलाम के कम उम्र के कई युवा शामिल थे। पुलिस ने एक के बाद एक 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 8 पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस बरामद किए। मामले में मुख्य सप्लायर अविनाश उर्फ अर्जुन अभी भी फरार है। साथ ही एक अन्य सप्लायर आरोपी गौरव बाबा निवासी रतलाम भी फरार है।