यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी गठबंधन के मुख्य साझीदार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी पर एक दावे के जरिए नया चुनावी वार किया है। राजभर ने मंगलवार को ‘कू’ ऐप पर एक मैसेज में दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी इतनी कमजोर हो गई है कि उनसे टिकट मांगने के लिए कई मंत्री और विधायक भी आ रहे हैं। इस मैसेज के पोस्ट होते ही ऐप पर राजभर के पक्ष और विपक्ष में प्रतिक्रियाएं आने लगीं। राजभर समर्थकों ने जहां 2022 के चुनाव में उनकी जीत सुनिश्चित बताते हुए उनके दावे को इसका संकेत बताया है वहीं कई विरोधियों ने उनके दावे को झूठा करार दिया। कई ने यहां तक लिखा कि 10 मार्च के बाद उन्हें अपने इन बयानों और सपा के साथ जाने पर पछताना पड़ेगा।
गौरतलब है कि पिछले दिनों यूपी में दलबदल करने वाले नेताओं की बाढ़ सी आ गई। चुनाव के मद्देनज़र अपने-अपने समीकरण दुरुस्त करने में जुटे नेता भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस सहित तमाम छोटी पार्टियों तक में सम्भावनाएं तलाश रहे हैं। इसी क्रम में कई नेता इधर से उधर गए हैं। इनमें भाजपा सरकार में मंत्री रहे तीन मंत्री और एक दर्जन से ज्यादा विधायक भी शामिल रहे। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके सहयोगी दलों के नेता भाजपा में मची इस भगदड़ को उसकी कमजोरी से जोड़ प्रचार कर रहे हैं। ओमप्रकाश राजभर की इस पोस्ट को भी इसी की कड़ी माना जा रहा है।
अखिलेश की ओर से मोर्चाबंदी में जुटे हैं राजभर
समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाने के बाद ओमप्रकाश राजभर गठबंधन के पक्ष में लगातार मोर्चाबंदी में जुटे हैं। गठबंधन के बाद उन्होंने यहां तक कह दिया था कि यदि अखिलेश उन्हें एक भी सीट नहीं देते तब भी वह उनके साथ रहेंगे। अभी हाल में आजाद पार्टी के चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण से सीटों को लेकर सपा के विवाद के बाद ओमप्रकाश राजभर, चंद्रशेखर आजाद को अखिलेश यादव से बात करने का आश्वासन देते दिखे थे।