उदयपुर की अंबामाता थाना पुलिस ने दो सुपारी किलर्स को गिरफ्तार किया है। ये दोनों प्रतापगढ़ जेल में हत्या के एक आरोपी को जान से मारने की फिराक में थे। दुबई के एक कारोबारी ने हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी दी है। दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं और पुरानी रंजिश के चलते एक-दूसरे के खून के प्यासे बने हुए हैं।
जयपुर स्पेशल टीम ने सूचना दी थी कि उदयपुर में दो शार्प शूटर किसी कैदी की हत्या करने के लिए घूम रहे हैं। दोनों का हुलिया भी बताया गया था। इस पर एसपी मनोज कुमार के निर्देशन व एएसपी अनंत कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। अंबामाता थाना अधिकारी सुनील टेलर ने बताया कि शार्प शूटर वरना कार में सवार थे, महाकाल तिराहे पर जब उनकी कार को रोकने की कोशिश की तो वो भागने लगे। पुलिस ने इनका पीछा किया और पकड़ा। इसमें एक शख्स किशनपोल उदयपुर निवासी हसनैन अली है व दूसरा मुंबई में मीरा रोड निवासी परवेज रहमान है। पुलिस ने इनके कब्जे से एक पिस्टल व आठ जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
दोनों परिवारों में क्या है विवाद
प्रतापगढ़ जेल में बंद फैजल और सुपारी देने वाला दुबई का कारोबारी मूसा आपस में रिश्तेदार हैं। मूसा साला लगता है। तलाक के बाद दोनों परिवारों के बीच विवाद बढ़ गया है। इसके बाद फैजल ने मूसा के एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी। उसी का बदला लेने के लिए यह साजिश रची गई। इसमें मूसा के पिता याकूब का नाम भी शामिल है। याकूब की दुबई में ग्लास फैक्ट्री है।
वारदात को अंजाम देने की क्या थी योजना
दोनों शॉर्प शूटर फैजल को पेशी पर लाते वक्त या उदयपुर लाते वक्त हत्या करने की योजना बना रहे थे। फैजल इलाज के संबंध में उदयपुर आता है। उसके खिलाफ और भी मामले दर्ज हैं।
हवाला से आया पैसा
पुलिस ने बताया कि दोनों शूटर्स के पास मूसा ने हवाला के जरिए कुछ रकम पहुंचाई है। हाल ही 80 हजार रुपए हथियार खरीदने के लिए भेजे गए थे। दोनों ने उदयपुर में दो कारतूस चलाकर पिस्टल का परीक्षण भी किया था। अब पुलिस आगे की जांच कर रही है।