Tulsi Ka Kadha: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मौसम में बदलाव की वजह से सर्दी-जुकाम और खांसी ने भी लोगों को बेहाल कर दिया है। ऐसे में डॉक्टर लोगों को सीजनल फ्लू और संक्रमण से बचे रहने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं। दरअसल, मौसम में बदलाव होते ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) कमजोर होने लगती है। जिसकी वजह से व्यक्ति जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगता है। बदलते मौसम में अपनी डाइट में कुछ चीजें शामिल करके आप अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बना सकते हैं। ऐसी ही एक ड्रिंक का नाम है तुलसी का काढ़ा। तुलसी में मौजूद एंटी एलर्जिक गुण कई रोगों से बचाने में काफी मददगार है। ऐसे में अपनी इम्यूनिटी मजबूत करके खुद को निरोग रखने के लिए आइए जानते हैं कैसे बनाया जाता है तुलसी का काढ़ा।
तुलसी का काढ़ा बनाने के तरीके-
तुलसी का काढ़ा बनाने का पहला तरीका-
तुलसी का काढ़ा बनाने के लिए एक गहरे तले वाले बर्तन में 2 गिलास पानी डालकर उबाल लें। जब पानी गर्म हो जाए तो उसमें तुलसी के पत्ते, कसा अदरक, दालचीनी पाउडर और काली मिर्च डालकर एक चम्मच की मदद से अच्छी तरह सभी चीजों को पानी में घोलकर बर्तन को ढककर लगभग 15 मिनट के लिए उबाल लें। जब पानी की मात्रा आधी से थोड़ी सी ज्यादा रह जाए तो गैस बंद करके काढ़े को ठंडा होने के लिए छोड़ दें। आपका तुलसी का काढ़ा बनकर तैयार है। आप चाहे तो काढ़े का स्वाद बढ़ाने के लिए नींबू का रस, शदह या फिर गुड़ का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
तुलसी का काढ़ा बनाने का दूसरा तरीका-
तुलसी का काढ़ा बनाने के लिए तुलसी के पत्तों को सबसे पहले अच्छी तरह धो लें। इसके बाद मुनक्कों को साफ पानी में 2 मिनट के लिए गला दें। अब कालीमिर्च और दालचीनी का पाउडर तैयार करके अदरक को भी कद्दूकस कर लें। गले में खराश होने पर या सर्दी महसूस होने पर 2-3 लौंग का भी काढ़े में इस्तेमाल किया जा सकता है। काढ़ा बनाने के लिए एक गहरे तले वाले बर्तन में 2 गिलास पानी उबालने के लिए गैस पर रख दें। पानी गर्म होने पर उसमें तुलसी, मुनक्का और बाकी सभी चीजों को डालकर 15 से 20 मिनट तक बर्तन ढककर उबलने दें। पानी जब आधा रह जाए तो गैस बंद करके काढ़े को ठंडा करके छन्नी से छान लें।