नालंदा जिले का छोटी पहाड़ी मोहल्ला शनिवार को आंसुओं के सागर में डूब गया। एक-एक कर मोहल्ले के 11 लोगों की जान चली गयी। सुबह से ही मोहल्ले में चीख-पुकार मची रही। किसी ने जवान बेटा खोया तो किसी ने पिता। जानलेवा शराब ने कई घरों का चिराग बुझा दिया। सभी मृतक मजदूर या फिर किसान परिवारों के थे। कई रिश्तेदार तो बदनामी के डर से अपने आंसू छिपाते रहे।
मन्ना मिस्त्री बरबीघा में बड़े वाहनों की बॉडी बनाने का काम करते थे। कभी-कभी घर आ जाते थे। शनिवार को भी दही-चूड़ा खाने के लिए घर आये थे। किसे पता था कि वह आखिरी बार घर आये थे। उनकी चार पुत्रियां व दो पुत्र हैं। घर के कमाऊ मुखिया की मौत से बच्चे सदमे में हैं। धर्मेन्द्र बाइक मिस्त्री का काम करते हैं। उनके चार पुत्र व एक पुत्री है। इसी तरह, भागो मिस्त्री भी अपने घर के मुखिया थे। उनके तीन पुत्र हैं। बहु व परिवार के अन्य सदस्यों का कहना था कि शराब ने ही उनकी जान ले ली।
सुनील दिव्यांग था। वह दो भाइयों में बड़ा था। उसकी मां पुनिया देवी का कहना था कि शुक्रवार को उसने आलू खाया था और शराब पी थी। शराब ने ही उसकी जान ले ली। सुनील की अभी शादी भी नहीं हुई है। अर्जुन पंडित मजदूरी का काम करते थे। उनका एक बेटा दिव्यांग है। जयपाल भी अपने घर के कमाऊ सदस्य थे। इन सब परिवारों के उपर आफत टूट पड़ा है।
मकर संक्रांति पर सुबह से ही लगा था पहड़तल्ली में पीने वालों का तांता
पहड़तल्ली व श्रृंगार हाट मोहल्लों का इलाका शराब के धंधे के लिए स्वर्ग के सामान है। यहां हर तरह की शराब मिलती है। देसी-विदेशी व चुलौआ शराब के अलग-अलग ठिकाने हैं। यहां आसपास के कई मोहल्ले के लोग जुटते हैं। अस्पताल मोड़ से लेकर बड़ी पहाड़ी, छोटी पहाड़ी, मोगल कुआं, कागजी मोहल्ला, आशानगर, बियावानी जैसे कई मोहल्ले के लोग यहां शराब पीने के लिए पहुंचते हैं। स्थानीय लोगों की माने तो शुक्रवार को ढाई दर्जन से अधिक लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया था। कई लोगों ने दिन में ही जाम छलका लिया था। मकर संक्रांति के मौके पर सुबह से ही पीने वालों का तांता लगा था।
कुछ लोग तो मानपुर थाना क्षेत्र के प्रभु बिगहा गांव में होने वाली मौत का कनेक्शन भी यहां से जोड़ रहे हैं। इसका पुख्ता कारण भी है। यहां शराब पैक कर कई इलाकों में सप्लाई की जाती है। पुलिस की छापेमारी में हर तरह की शराब मिली है। शराब पैक करने के उपकरण भी मिले हैं। इससे पता चलता है कि यहां से शराब दूसरी जगह भेजी जाती है। पहाड़ पर बने शराब के ठिकानों तक पहुंचना पुलिस के लिए आसान भी नहीं है। नीचे से ही पुलिस को देखकर धंधेबाजों को सूचना मिल जाती है। इसके बाद धंधेबाज गायब हो जाते हैं। शनिवार को सर्च ऑपरेशन चलाने में पुलिसवालों को काफी पसीना बहाना पड़ा।
डीएम-एसपी चाहें तो एक बूंद नहीं बिकेगी शराब
डीएम-एसपी पूछताछ के लिए मुन्ना मिस्त्री के घर पहुंचे। उनकी पत्नी सरस्वती देवी ने प्रशासन पर ही सवाल खड़े कर दियें। उनका कहना था कि अगर प्रशासन चाह ले तो एक बूंद भी शराब नहीं बिक सकती है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। वह इस चिंता में आंसू बहा रही थी कि उनके बच्चों की परवरिश कैसे होगी। वहीं, सुनील की मां पुनिया देवी भी सदर अस्पताल में फफक-फफक कर रोते हुए कह रही थी कि शराब ने उनके बेटे की जान ले ली।
कैसे चलेगा राजेश का अब परिवार
बॉलीपर निवासी राजेश पेंटिंग कर व पर्दा बनाकर अपने परिवार का जीवन यापन करता था। पत्नी दूसरे के घरों में काम करती है। उसके दो बेटे और दो बेटियां है। मोहल्लेवालों की माने तो शाम को उसकी तबियत अधिक खराब हो गयी। उसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से बेहतर इलाज के लिए विम्स रेफर किया गया। तबतक उसकी मौत हो चुकी थी। पत्नी इर्स ंचता में घुली जा रही है कि अब परिवार कैसे चलेगा।
स्थानीय लोगों ने एक सुर में कहा-शराब पीने से हुई मौतें
स्थानीय लोग एक सुर से यह कह रहे थे कि शराब पीने से ही लोगों की मौतें हुई है। दर्जन परिजन भी इस सच को कबूल कर रहे हैं। कुछ लोग पुलिस की डर से कुछ लोग बदनामी के कारण इस बात को छिपा रहे हैं। एक बात और स्पष्ट है कि सभी ने शुक्रवार को शराब का सेवन किया था। देर शाम होते-होते इनकी तबियत बिगड़ने लगी। उल्टी, पेट दर्द आदि की शिकायत हुई। पहले तो परिजनों ने छोटी-मोटी बात समझकर उन्हें दवाई खिलायी। रात होते-होते अधिकतर लोगों की हालत बिगड़ गयी। ज्यादातर लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ लोगों की मौत घर में ही हो गयी। स्थानीय वार्ड पार्षद प्रतिनिधि ने भी इस बात को कबूल किया है कि मरने वालों ने शराब का सेवन किया था। मोहल्ले में इस बात की चर्चा हो रही थी कि शराब ने कई घरों का उजाड़ दिया है। छोटे-छोटे लड़के शराब पीकर बर्बाद हो रहे हैं। कई लोग तो पुलिस-प्रशासन पर भी भड़ास निकाल रहे थे।
जहरीली शराब से मौत वाली घटना की हो न्यायिक जांच
फुटपाथ विक्रेता संघ के अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि सोहसराय थाना के छोटी पहाड़ी तथा पहड़ तल्ली में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गई है। इस घटना की न्यायिक जांच हो। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाये। ताकि, आगे इस तरह घटना न हो। साथ ही सरकार परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा व एक आश्रित को नौकरी दे। स्थानीय लोगों की माने तो इन्होंने भी शराब का सेवन किया था। वहीं, शहर के अलग-अलग निजी अस्पतालों में लोगों के इलाज कराने की अफवाह भी दिनभर उड़ती रही।