अलवर गैंगरेप मामले में कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया का वायरल सुर्खियों में है। कलेक्टर वीडियो में धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में कलेक्टर छात्राओं से कह रहे हैं कि पढ़ने के लिए आती हो या राजनीति करने के लिए। कलेक्टर ने अपने पास ही खड़ी आरएएस अधिकारी को छात्राओं के अभिभावकों से बात करने के निर्देश भी दे दिए। दरअसल, शुक्रवार को सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने गैंगरेप के विरोध में अलवर में प्रदर्शन किया था। ये सभी छात्राएं भी प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अलवर पहुंचीं थी। गैंगरेप का विरोध करने छात्राएं अलवर कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया से मिली थी। इस दौरान कलेक्टर ने छात्राओं से कहा था कि वे पढ़ने आती हैं या राजनीति करने। मेरी बच्चियों को सलाह है कि सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान दें।
भाजपा प्रवक्ता ने जताई नाराजगी
अलवर कलेक्टर के बयान पर भाजपा महिला मोर्चा ने निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने बताया कि कलेक्टर को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार सभी को होता है। कलेक्टर को छात्राओं के धमकाना नहीं चाहिए। सरकारें आती जाती रहती है। लेकिन अधिकारियों को अपने पद के अनुरुप ही काम करना चाहिए। अफसरों को राजनीति से दूर रहना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गहलोत के शासन में राज्य में अपराध बढ़े है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है। आरोपी खुले आम घूम रहे हैं।
भाजपा ने गहलोत सरकार को घेरा
उल्लेखनीय है कि अलवर में गैंगरेप के मामले में राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा गहलोत सरकार पर हमलावर है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। पूनिया ने कहा कि गैंगरेप मामले में पुलिस प्रशासन बार-बार यू-टर्न ले रही है। गैंगरेप की पीड़िता का राजधानी जयपुर के जेके लोन अस्पताल में इलाज चल रहा है। पीड़िता खतरे से बाहर बताई जा रही है। चिकित्सकों की टीम पीड़िता का इलाज कर रही है।