कानपुर के घाटमपुर में एक बोरा गेहूं चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचना कारोबारी की जिंदगी पर भारी पड़ गया। एफआईआर दर्ज न करने और पुलिस के पीटने के बाद लॉकअप में बंद करने से क्षुब्ध आकर उसने थाना परिसर में जहर खाकर जान दे दी। मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने दो जीपों में आ रही पुलिस को दौड़ा लिया। साढ़ गोपालपुर निवासी अरुण गुप्ता (50) का जहानाबाद रोड पर घर है। सामने पंकज पांडेय की मार्केट में उनका अनाज का गोदाम है। 4 जनवरी को अरुण बरामदे में सो रहे थे। आरोप है कि रात में गांव का मिथुन त्रिवेदी गोदाम पहुंचा और गेहूं का बोरा साइकिल पर लादकर भागने लगा।
पंकज के भतीजे और अरुण के पड़ोसी बबलू ने देखा और हल्ला मचाया। शोर सुनकर अरुण जाग गए। इस दौरान मिथुन भाग निकला। अरुण चोरी की तहरीर लेकर 5 जनवरी को साढ़ थाने पहुंचे। बेटे हर्षित का आरोप है कि थानेदार ने उन्हें भगा दिया। 6 जनवरी को फिर थाने गए तो एसओ ने मारापीटा और लॉकअप में बंद कर दिया, जहां से देर रात छोड़ा गया। शुक्रवार सुबह 8 बजे कारोबारी अरुण, प्रधान लल्ला सिंह के यहां पहुंचे। यहां मिले आश्वासन के बाद थाने पहुंचे। थाने में दफ्तर जाने के बजाय मेस की ओर चले गए। मेस के पीछे बेहोश मिले तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें भीतरगांव सीएचसी पहुंचाया। यहां से उर्सला ले गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। उधर, बताया जा रहा है कि कारोबारी की मौत से पहले ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली।
9 बजे थाने में घुसते देखा
थाने के बाहर पान की गुमटी चलाने वाले राजेश ने बताया कि सुबह नौ बजे उसने अरुण को थाने में घुसते देखा। उसके बाद करीब 09:30 बजे थाने में हड़कम्प मच गया। तब पता चला कि थाने के पीछे बनी मेस के पास अरुण ने जहर खा लिया। पुलिस ने उनके बेटे को बुलाया और अस्पताल ले गई।
पुलिस को देखते उग्र हो गए ग्रामीण
घटना के बाद शाम को दो जीपों से पुलिस गोपालपुर गांव पहुंची। गाड़ी देखते ही ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिसवालों को दौड़ा दिया। पुलिस के जान बचाने का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। कानपुर आउटर एसपी अजीत सिन्हा का कहना है कि, घटना दुखद और गंभीर है। कारोबारी की एफआईआर 10 बजे दर्ज कर ली गई थी। वह अपने बेटे के साथ थाने पहुंचा और सुनसान स्थान पर बनी मेस के पीछे बैठ गया। कुछ देर बाद उसके बेटे ने सूचना दी कि कुछ खा लिया है। पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया पर बचाया नहीं जा सका। पुलिस पर लगे आरोपों की जांच हो रही है। दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी।