यूपी के टॉप मोस्ट वांटेड गैंगस्टर 75 हजार के इनामी बदमाश अनिल दुजाना को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंडावली से दबोच लिया। वह वर्ष दो साल पहले हुई अपने एक जानकार की हत्या का बदला लेने दिल्ली आया था। पुलिस ने दुजाना के दो साथियों को भी गिरफ्तार किया है।
गौतमबुद्ध नगर जिले के दुजाना गांव निवासी अनिल दुजाना के साथ गिरफ्तार हुए आरोपियों में दिल्ली के मयूर विहार निवासी रकम सिंह और गौतमबुद्ध नगर के मिलक खटाना गांव निवासी सचिन गुर्जर शामिल हैं। इन दोनों पर भी कई संगीन आपराधिक मामलों में शामिल होने का आरोप है। अनिल दुजाना की गिरफ्तारी पर नोएडा पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था, जबकि बुलंदशहर में भी एक हत्या के मामले उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
डीसीपी मनोज सी के मुताबिक, उनकी टीम को सूचना मिली कि सुनील उर्फ अनिल दुजाना अपने दो साथियों के साथ यमुनापार के मंडावली इलाके में है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां बदमाश सचिन गुर्जर को एक कार में देखा गया। पुलिस ने उसे एक पिस्टल के साथ धर दबोचा। उसकी निशानदेही पर अनिल दुजाना और रकम सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से दो पिस्टल बरामद की गई हैं। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वर्ष 2020 में संपत्ति विवाद में विरोधी सुंदर भाटी गिरोह के बदमाशों ने अनिल के करीबी राहुल की हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले को लेकर अनिल नाराज था और वह इसका बदला लेना चाहता था।
दो दशक से अपराधों को अंजाम देता रहा दुजाना
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, वर्ष-2002 से ही अनिल दुजाना आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है। 2002 में उसने पहली बार पहलवान हरबीर की हत्या की थी। इसके बाद उसने हत्या, हत्या प्रयास, जबरन उगाही, लूट और आर्म्स एक्ट की 60 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया। इसके गिरोह में 20 से अधिक बदमाश सक्रिय हैं। जनवरी 2021 में वह जेल से बाहर आया था। इसके खिलाफ अदालत ने गैर जमानती वारंट भी जारी किया था।
साथियों पर भी 10-10 मामले
दुजाना के साथी सचिन गुर्जर के खिलाफ हत्या, लूट और जबरन उगाही के 10 मामले दर्ज हैं। वह दिसंबर 2019 में जेल से छूट कर आया था। वहीं, रकम सिंह अनिल का करीबी दोस्त है। इसके खिलाफ भी हत्या और लूट के 10 मामले दर्ज हैं।