मध्य प्रदेश के चंबल अंचल में डाकुओं के बाद अब खनन माफियाओं का खौफ आम हो चला है। मध्य प्रदेश सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी इन माफियाओं पर लगाम नहीं कसी जा सकी है। इन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि इलाके में अब तक आईपीएस अधिकारियों से लेकर कई कर्मचारियों की जान तक जा चुकी है। ऐसा ही एक मामला बुधवार को सामने आया है। मुरैना जिले के नेशनल हाईवे पर एक खनन माफिया ने विदिशा एसडीएम की गाड़ी को टक्कर मार दी। इस हमले में एसडीएम के ड्राइवर को हल्की चोटें आई हैं। टक्कर मारने के बाद माफिया ट्रैक्टर छोड़कर मौके से फरार हो गया। घटना चंबल संभाग आयुक्त कार्यालय के सामने की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि विदिशा के एसडीएम किसी काम के सिलसिले में मुरैना आए हुए थे।
खनन माफियाओं ने मुरैना एसडीएम का समझा था वाहन
मुरैना जिले में खनन माफिया इतने हावी हैं कि अगर किसी प्रशासनिक अधिकारी ने अपनी गाड़ी को ट्रैक्टर ट्रॉली के पीछे लगा दिया तो ये रेत माफिया खुद को बचाने के लिए किसी की जान ले लेते हैं। ऐसा ही बुधवार को भी देखने को मिला। विदिशा एसडीएम विजेंद्र रावत किसी काम के सिलसिले में मुरैना आए हुए थे और वह ग्वालियर से मुरैना की ओर आ रहे थे। उनकी गाड़ी के आगे खनन माफिया की तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली जा रही थीं।
ट्रैक्टर-ट्रॉली छोड़कर भागे खनन माफिया
खनन माफिया को लगा कि एसडीएम नेमप्लेट वाली गाड़ी उसका पीछा कर रही है। उसी समय जब एसडीएम की गाड़ी माफियाओं के बगल से गुजरी तो माफियाओं ने ट्रॉली को पलटा दिया, जिससे एसडीएम की गाड़ी ट्रॉली की चपेट में आ गई। माफिया ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़कर मौके से भाग गए। इस घटना में एसडीएम के ड्राइवर को हल्की चोटें आई हैं। घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची।