अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने विधानसभा चुनाव के लिए बने सपा-रालोद गठबंधन को और मजबूती देने का काम तेज कर दिया है। इसमें मुख्य फोकस पश्चिमी यूपी में सीटों के बंटवारे पर रहा। इसके साथ-साथ जाट-मुस्लिम वोटबैंक के साथ दलित वर्ग में पैठ बनाने पर मंथन हुआ। बैठक करीब ढाई घंटे चली और कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार शाम को जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में जयंत चौधरी से मुलाकात की।
इसमें पूर्व सांसद सोमपाल शास्त्री भी रहे। बाद में अखिलेश यादव ने ट्वीट कर मुलाकात की फोटो शेयर की और लिखा जयंत चौधरी जी के साथ उत्तर प्रदेश के भविष्य के विकास की बात….. जबकि जयंत चौधरी ने ट्वीट किया, यूपी के विकास पर साझेदारी पुख्ता हुई है। दोनों नेताओं ने एक ही फोटो शेयर की है। इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री भी मौजूद रहे। शास्त्री भाजपा के टिकट पर बागपत से सांसद रह चुके हैं।
कितनी सीटों पर बनी सहमति
बताया जा रहा है कि पूर्व की मुलाकात में 36 सीटों पर बनी सहमति में अब कुछ सीटें कम हो सकती हैं। जो सीटें कम होंगी, उतने रालोद प्रत्याशियों को सपा अपना चुनाव चिन्ह देकर टिकट देगी। दो एक सीट पर सपा भी इसी तरह अपने लोगों को रालोद से लड़ा सकती है। गठबंधन का जोर इस बात पर है कि पश्चिमी यूपी में भाजपा की घेराबंदी कर सामाजिक समीकरण अपने पक्ष में मजबूत कर लिया जाए। बैठक में गठबंधन में कौन सी सीट को किसको जाएगी, इस पर भी काफी चर्चा हुई। माना जा रहा है कि चुनाव की घोषणा होने के बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में घोषित होगा कि कौन-कौन सी सीट रालोद को मिलेगी।