मध्य प्रदेश का शिवपुरी जिला अस्पताल अब पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है। यहां अब लगभग हर रोज कोई न कोई चोरी की वारदात सामने आ रही है। मंगलवार रात हुई घटना ने तो चोरी की सारी हदें ही पार कर दीं, जिससे मरीजों की जान आफत में आ गयी। जिला अस्पताल से एक चोर ने ऑक्सीजन की पाइप लाइन चोरी कर ली। चोरी की इस घटना का खुलासा तब हुआ जब अस्पताल के स्टाफ ने टेस्टिंग के लिए ऑक्सीजन प्लांट चालू किया और ऑक्सीजन वॉर्ड तक पहुंचने की बजाय हवा में फैलने लगी। जब स्टाफ ने छत पर जाकर देखा तो पूरी पाइप लाइन गायब थी।
सीसीटीवी खंगालने पर पता चला कि सोमवार की दोपहर 4 से 5 बजे के बीच एक चोर प्ले ग्राउंड की तरफ से अस्पताल की छत पर चढ़ा। वहां से उसने पाइप लाइन को तोड़कर बायो वेस्ट मटीरियल इकट्ठा करने वाली थैली में रखा और वहां से चला गया। बताया जा रहा है कि चोर इस घटना को अंजाम देने के बाद एक बार फिर से चोरी करने वहां आया।
इससे पहले चोर ने ICU के अंदर से की थी चोरी
खास बात यह है कि जिला अस्पताल में यह चोरी पहली बार नहीं हुई है। इससे पहले भी ऑपरेशन थिएटर के अंदर से ऑक्सीजन की पाइप लाइन चोरी की जा चुकी है। मैनेजमेंट की लापरवाही का आलम यह है कि कभी भी चोरी की वारदातों की तह तक जाने की कोशिश नहीं की गई और ना ही कभी पुलिस ने अस्पताल से हुई किसी चोरी का खुलासा किया।
आवेदन तक सिमट जाती है कार्रवाई
बात अगर कार्यवाही की करें तो पूरी कार्रवाई सिर्फ आवेदन तक सिमट कर रह जाती है, ताकि सरकारी दस्तावेजों की पूर्ति हो सके। अब तक हुई दर्जनों चोरी की वारदातों में शायद ही कोई चोरी हो जिसकी पुलिस ने तहकीकात कर उसका खुलासा किया हो। वहीं जिला अस्पताल प्रबंधन ने भी कभी खुलासा करवाने में कोई रुचि नहीं दिखाई।
जानलेवा है चोरी
कानून के जानकारों की मानें तो ऑक्सीजन पाइप लाइन की चोरी कोई सामान्य चोरी नहीं है, बल्कि यह जानलेवा कृत्य है, क्योंकि पाइप लाइन काटे जाने से एक जरूरतमंद मरीज तक ऑक्सिजन की सप्लाई रुक जाती है। इस मामले को लेकर मुख्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ एम एल अग्रवाल का कहना है कि चोरी का यह मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है, हमने मामले की शिकायत पुलिस को दर्ज करा दी है। यह लगातार चोरियां क्यों हो रही हैं, यह जांच का विषय है और हम इसकी जांच करवाएंगे।