दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में पीजी सीट दिलाने का झांसा देकर एक दर्जन से अधिक महिला डॉक्टरों को ठगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दक्षिण दिल्ली पुलिस उपायुक्त बेनिता मैरी जयकर ने बताया कि आरोपी ने डॉक्टरों के नाम से फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाई और महिला डॉक्टरों को ठगा।
दरअसल, इस इस मामले में 21 दिसंबर 2020 को एक महिला डॉक्टर ने हौज खास पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का रहने वाला है और उसने अपनी पहचान छिपाकर महिला डॉक्टरों को निशाना बनाया।
अपनी शिकायत में महिला डॉक्टर ने बताया है कि आरोपी फेसबुक के जरिए उनसे मिला और उसने अपना नाम डॉक्टर अंशु विनय बताया। महिला डॉक्टर का आरोप है कि उसने खुद को एम्स का डॉक्टर बताते हुए पीजी सीट दिलाने के बहाने छह लाख रुपये ठग लिए। इसके बाद आरोपी ने जब अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया तो उन्हें ठगे जाने का अहसास हुआ।
आरोपी ने एम्स में पीजी सीट दिलाने में मदद करने के बहाने डॉक्टरों के नाम से फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर महिला डॉक्टरों से ठगी को अंजाम दिया। दिल्ली पुलिस के अनुसार, 32 वर्षीय आरोपी ने खुद को डॉक्टर बताते हुए कई फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाए थे। उसने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीजी सीटों का वादा कर महिला डॉक्टरों के साथ कथित तौर पर धोखाधड़ी की। आरोपी शहदुज्जमान मुजफ्फरनगर के कुटेसरा गांव का रहने वाला है।
पुलिस ने एक साल तक आरोपी का पीछा करने के बाद उसे दिल्ली के साकेत से गिरफ्तार किया। आरोपी उस वक्त भी एक महिला डॉक्टर के साथ ठगी करने की कोशिश में था। पुलिस के मुताबिक, आरोपी 12वीं फेल है और 2015 से लोगों को ठग रहा था। इससे पहले 2010 में गुरुग्राम के एक कॉल सेंटर में काम करता था।