2019 के फर्जी शस्त्रत्त् लाइसेंस प्रकरण में मुख्य आरोपी गैंगस्टर विजय प्रताप की एक करोड़ की प्रापर्टी जब्त होगी। इस सम्बंध में डीएम ने आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार विजय प्रताप की फॉर्च्यूनर समेत पांच लग्जरी गाड़ियां जब्त होंगी। इसके साथ ही पुलिस ने विजय की सात करोड़ की और सम्पत्ति को जब्त करने के लिए डीएम के पास पत्र भेजा है। फिलहाल डीएम उस पत्र का अपने स्तर पर आकलन करवा रहे हैं। वर्तमान में विजय जमानत पर बाहर है। फर्जी शस्त्रत्त् लाइसेंस मामले में पुलिस ने रवि गन हाउस के संचालक समेत 12 पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। उनमें से विजय भी था।
इनके खिलाफ चार्जशाीट
पुलिस ने विजय प्रताप, विकास तिवारी, तनवीर, शमशेर आलम, प्रणय प्रताप सिंह, शमशाद, विजय प्रताप श्रीवास्तव, आजम लारी, शाहिद अली, असफाक अहमद, विवेक मद्धेशिया, रवि प्रताप पाण्डेय, राम सिंह, अशोक गुप्ता और अजय प्रताप गिरी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
2019 में सामने आया मामला
14 अगस्त 2019 को फर्जी शस्त्रत्त् लाइसेंस मामला सामने आया था। गोरखनाथ इलाके के तनवीर को पकड़ने के बाद पुलिस को पता चला था कि बड़े पैमाने पर गोरखपुर में फर्जी असलहा लाइसेंस बने हैं। तत्कालीन असलहा बाबू राम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर 15 को गिरफ्तार किया था।