दिल्ली सरकार ने राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामले को देखते हुए वीकेंड कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है। अब शुक्रवार रात 10:00 बजे से लेकर सोमवार सुबह 5:00 बजे तक सिर्फ जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सब कामों पर पाबंदी रहेगी। हालांकि, अब दिल्ली में मेट्रो और बसें फुल कैपेसिटी में चलेंगी। इस दौरान सभी यात्रियों का मास्क पहनना जरूरी होगा।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को बताया कि बस स्टैंड और मेट्रो स्टेशन पर भीड़ से बचने के लिए दिल्ली में बसें और मेट्रो 100 प्रतिशत क्षमता के साथ चलेंगी, बिना मास्क के किसी को भी यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
सिसोदिया ने कहा कि सरकार का मानना है कि आधी क्षमता करने से बस स्टैंड और मेट्रो स्टेशन के बाहर लग रही लाइन से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा अधिक हो सकता है। लोगों से अनुरोध किया जाता है कि बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें।
इसके साथ ही सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि अब सरकारी कर्मचारी ऑनलाइन या वर्क फ्रॉम होम करेंगे। सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े विभागों के अधिकारी व कर्मचारी ही दफ्तर आएंगे और निजी कार्यालयों में भी 50% क्षमता से ही काम करेंगे।
सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली में अभी कोरोना वायरस संक्रमण के 11 हजार मरीज उपचाराधीन हैं, जिनमें से 350 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 124 मरीजों को ऑक्सीजन की मदद दी गई, जबकि कम से कम सात मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
दिल्ली में संक्रमण की दर के पांच प्रतिशत के पार चले जाने के बाद डीडीएमए ने 28 दिसंबर को ‘येलो अलर्ट’ की घोषणा की थी, जिसके तहत सिनेमाघर और जिम बंद कर दिए गए थे। गैर-आवश्यक सामान की दुकानों को ऑड-ईवन आधार पर खोलने और मेट्रो तथा बसों में यात्रियों के बैठने की क्षमता 50 प्रतिशत करने का निर्देश भी दिया था।
डीडीएमए की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के अनुसार, पांच दिन तक लगातार संक्रमण दर पांच प्रतिशत से अधिक रहने पर ‘रेड अलर्ट’ की घोषणा की जाती है, जिसके तहत पूर्ण कर्फ्यू लागू किया जाता है और राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतर आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ जाती हैं।
देश में ओमिक्रॉन के मामले बढ़कर 1,892 हुए, दिल्ली दूसरे स्थान पर
देश के 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के अब तक 1,892 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 766 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या विदेश चले गए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, नए वैरिएंट के महाराष्ट्र में सबसे अधिक 568 मामले सामने आए हैं। इसके बाद दिल्ली में 382, केरल में 185, राजस्थान में 174, गुजरात में 152, और तमिलनाडु में 121 मामले सामने आए हैं। ओमिक्रॉन के 1,892 मरीजों में से 766 मरीज रिकवर हो गए हैं।