महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग जिला बैंक चुनाव में शिवसेना को हार का मुंह देखना पड़ा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस चुनाव में जीत का परचम लहराया है। बैंक की 19 सीटों में से भाजपा समर्थिक उम्मीदवारों ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा की इस जीत में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को बड़ा फैक्टर माना जा रहा है। इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के कोंकण में वर्चस्व को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने एक साथ रहकर चुनौती दी थी लेकिन फिर भी भाजपा ने यहां जीत का स्वाद चखा है। जाहिर है इससे कोंकण में नारायण राणे का कद भी बढ़ा है। शुक्रवार को आए नतीजों के बाद बीजेपी के पार्टी कार्यकर्ता खुशी मनाते दिखे।
सतीश सावंत की हार
इस चुनाव में महाविकास अघाड़ी सरकार की तरफ से सहकार समृद्धि पैनल और बीजेपी की तरफ से सिद्धिविनायक समृद्धि पैनल मैदान में था। इस चुनाव में महाविकास अघाड़ी सरकार के प्रमुख रहे सतीश सावंत को करारी शिकस्त मिली है। वहीं बीजेपी के विद्वान जिला अध्यक्ष राजेंद्र पीढ़ी को भी हार का स्वाद चखना पड़ा है।
नारायण राणे पर दर्ज हुआ था केस
इस चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री अजीत पवार जैसे दिग्गज नेता ने इलाके में कैंपेन भी किया था लेकिन फिर भी महाविकास अघाड़ी गठबंधन नारायण राणे के कद के आगे यह कवायद काम नहीं आई। इस चुनाव के दौरान उस वक्त विवाद भी हुआ था जब राणे के बेटे और भाजपा विधायक नितेश राणे पर एक स्थानीय शिवसेना नेता पर हमला करे का आरोप लगा था और उनपर केस भी दर्ज हुआ था।
शिवसेना नेता संतोष परब ने अपनी शिकायत में कहा था कि 18 दिसंबर को उनकी हत्या करने की कोशिश की गई थी। इसके बाद कंकावली पुलिस नितेश राणे को गिरफ्तार करने की कोशिश में थी और यहां तक कि केंद्रीय मंत्री को समन भेजकर उनके बेटे के बारे में जानकारी भी मांगी गई थी।
इस मामले पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि नितेश के खिलाफ केस और इस समन के जरिए राज्य सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को डराना चाहती है।
क्या बोले नारायण राणे
इस जीत के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘सरकार और पुलिस ने चुनाव जीतने के लिए झूठा केस किया। जिस शख्स ने अपनी कथित हत्या का आरोप लगा था और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था वो शख्स इस कथित हमले के बाद दरअसल घूम रहा था। वो सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल चुनाव जीतने में करना चाहते हैं।’