दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ ‘चक्का जाम’ किया और अक्षरधाम मंदिर सहित राजधानी में विभिन्न स्थानों पर सड़कों को जाम कर दिया। चक्का जाम के कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस सहित कई प्रमुख सड़कों पर लोगों को भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ रहा है।
अक्षरधाम मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली सरकार अपनी नई आबकारी नीति के तहत शहर भर में अवैध रूप से शराब की दुकानें खोल रही है। रिहायशी और धार्मिक स्थलों के पास दुकानें खोली जा रही हैं। हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि नई शराब नीति वापस नहीं ले ली जाती।
चक्का जाम के कारण यात्रियों को हो रही परेशानियों के बारे में पूछे जाने पर आदेश गुप्ता ने दावा किया कि यह एक सार्वजनिक आंदोलन है और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की नई उत्पाद नीति से छुटकारा पाने के लिए लोग इसे सहन करने के लिए तैयार हैं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आज तक जहां शराब की दुकानें नहीं खुली थी, वहां भी अरविंद केजरिवाल ने दुकानें खुलवा दी हैं। BJP शराब नीति के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है और आज पूरी दिल्ली में चक्का जाम है। यह वही केजरीवाल हैं जो स्कूल, कॉलेज, अस्पताल बनाने की बात करते थे।
अन्य स्थानों पर जहां “चक्का जाम” विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, उनमें विकास मार्ग पर कार बाजार, दयाराम चौक और सिविल लाइंस शामिल हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केजरीवाल सरकार और उसकी नई आबकारी नीति के खिलाफ नारेबाजी की।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बार-बार घोषणा की कि सभी आपातकालीन वाहनों को रास्ता दिया जाना चाहिए और सार्वजनिक संपत्ति को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए।
वहीं, दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ बीजेपी के “चक्का जाम” पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा का संबंध हमेशा से शराब माफिया से रहा है। भाजपा ने कई जगहों पर अवैध शराब बेची। सीएम केजरीवाल की योजनाओं से 3500 करोड़ रुपये की चोरी रुकी, इसलिए बीजेपी को दर्द हो रहा है।
अक्षरधाम मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन के कारण लोगों को भारी यातायात का सामना करना पड़ा। जाम के कारण एनएच-24 पर फंसे एक यात्री ने कहा कि एनएच -24 पर भारी ट्रैफिक जाम है। अधिकांश सड़कें प्रदर्शनकारियों द्वारा अवरुद्ध हैं और इससे हम जैसे लोगों को असुविधा हो रही है, जिन्हें समय पर ऑफिस पहुंचना होता है।