अखिलेश यादव ने बसपा को एक और झटका दिया है। लालजी वर्मा, राम अचल राजभर के बाद आज अंबेडकरनगर के पूर्व सांसद राकेश पाण्डेय भी सपा में शामिल हो गए हैं। सपा मुख्यालय पर अखिलेश यादव ने राकेश पांडेय की जॉइनिंग कराई।
आपको बता दें कि 2009 में राकेश पांडेय साइकिल छोड़कर हाथी पर सवार हुए थे। राकेश बसपा के टिकट चुनाव लड़े और लोकसभा पहुंच गए। यहीं नहीं इसके बाद समाज और पार्टी में राकेश की पकड़ मजबूत होती गई। इसके देखते हुए बसपा ने उनके बेटे को जलालपुर सीट से टिकट दे दिया। रितेश पांडेय ने जीत दर्ज की और जलालपुर सीट से विधायक बन गए। इसके बाद फिर 2019 में रितेश को मायावती लोकसभा में प्रत्याशी बनाया और रितेश भी लोकसभा पहुंच गए।
बसपा से क्यों हुआ मोह भंग
सियासी गलियारों में चर्चा है कि बसपा के पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता राकेश पांडये यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपने एक करीबी को जलालपुर विधानसभा सीट से टिकट दिलाना चाहते थे पर पार्टी पहले ही टिकट लगभग फाइनल कर चुकी है। चर्चा है कि इस सीट से बीजेपी से आए राजेश सिंह को बीएसपी ने मैदान में उतार दिया। शायद यही वजह है कि राकेश पांडेय ने सपा का दामन थाम लिया है।
जिले में बड़ी राजनीतिक उठापटक
पूर्व सांसद राकेश पांडेय के सपा में शामिल होने पर जिले में बड़ी राजनीतिक उठापटक के तौर पर देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों कि मानें तो राकेश पांडेय के सपा में आने से जिले की पांच विधानसभा सीटों में से अन्य सीटों पर भी टिकट देते समय अब सपा को नई रणनीति तैयार करनी होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि यह तय माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी जलालपुर से राकेश पांडेय को प्रत्याशी बनाएगी।