राजस्थान में उदयपुर के भूपालपुरा थाना क्षेत्र में अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां के फतहपुरा इलाके में जननी सुरक्षा केंद्र में कोरोना वैक्सीन लगवाने के नाम पर एक युवक की नसबंदी कर दी गई। इस बात का पता चलने पर पीड़ित ने भूपालपुरा थाने में मामला दर्ज करवाया है। मामले की जांच उपअधीक्षक को सौंपी गई है।
2000 रुपए दिलवाने का झांसा देकर ले गया
भूपालपुरा थाना पुलिस के मुताबिक उदयपुर के प्रतापनगर क्षेत्र में स्थित गुरुद्वारा के पास रहने वाला कैलाश पुत्र बाबूलाल गमेती मजदूरी करने घर से निकला था। बेकनी पुलिया पर वह काम के लिए इंतजार कर रहा था। तभी हिरणमगरी सेक्टर पांच निवासी नरेश चावत उसके पास आया और कैलाश को कोरोना वैक्सीन लगवाने पर दो हजार रुपए देने का वादा कर स्कूटी पर साथ ले गया। आरोपी उसे फतहपुरा स्थित एक अस्पताल ले गया, जहां उसे इंजेक्शन लगाया, इससे वह बेहोश हो गया। जानकारी के मुताबिक यहां उसकी नसबंदी कर दी गई।
अभी नहीं है कोई संतान
ऑपरेशन के बाद आरोपी ने पीड़ित कैलाश को उसकी बहन की घर छोड़ दिया। दो हजार के बजाय उसे 1100 रुपए देकर फरार हो गया। पीड़ित कैलाश की मां की ओर से दर्ज रिपोर्ट में कहा गया है कि वह उसका इकलौता बेटा है, शादी हो चुकी है, लेकिन उसकी कोई संतान नहीं है। अब वो अपने पौत्र व पौत्री का मुंह कैसे देख पाएगी। इससे उसकी और मां की चिंताएं बढ़ गई है। पुलिस ने धोखाधड़ी व एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।