समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में भगवान परशुराम के नवनिर्मित मंदिर में दर्शन पूजन किया और समाजवादी विजय यात्रा लेकर निकले। लखनऊ से निकला संदेश, बाइस में आ रहे अखिलेश जैसे नारों के बीच लखनऊ में अपनी समाजवादी विजय यात्रा में अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा केवल विकास की दुश्मन नहीं हैं, ये अल्पसंख्यकों के भी दुश्मन हैं और इनको इसलिए अल्पसंख्यकों का दुश्मन कहता हूं कि जिस समय ये सरकार में आए दिल्ली की लोकसभा और उत्तर प्रदेश की विधानसभा में बैठने के लिए एंग्लो इंडियन लोगों के लिए जो आरक्षण था, उस आरक्षण को समाप्त कर दिया।
गौरतलब है कि भाजपा सरकार में विधानसभा में एंग्लो इंडियन के लिए आरक्षित सीट समाप्त कर दी गई है। कानपुर और कन्नौज में इत्र व्यापारियों के यहां आयकर छापेमारी की चर्चा करते हुए यादव ने कहा कि ये लोग छापा इसलिए मार रहे हैं क्योंकि जैन समाज के लोग अल्पसंख्यक समाज से आते हैं, ये नहीं चाहते कि जैन लोग तरक्की करें।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि छापेमारी में कानपुर में (पीयूष जैन) जो पैसा निकला वह भारतीय जनता पार्टी का था और जो दीवारों से निकला वह भाजपा का था और जो गिना गया वह भी भाजपा का था। उन्होंने दावा किया कि भाजपा बदनामी से बचने के लिए अपने गलत फैसले को सही बनाने के लिए जबरदस्ती समाजवादियों के ऊपर उंगली उठाने का कार्य कर रही है। यादव ने कन्नौज में सपा के विधान परिषद सदस्य और समाजवादी इत्र बनाने वाले पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी की ओर इशारा किया।
उल्लेखनीय है कि आयकर ने पहले कानपुर और कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी की जिनके यहां 250 करोड़ से अधिक बेहिसाब नकदी बरामद हुई थी और इसके करीब हफ्ते भर बाद समाजवादी इत्र बनाने वाले सपा विधान पार्षद पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी की। सपा प्रमुख ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी की सरकारों में हुए विकास कार्यों को गिनाते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर विकास पूरी तरह से ठप करने का आरोप लगाया और कहा कि हर वर्ग परिवर्तन चाहता है क्योंकि भाजपा के साढ़े चार वर्ष के समय में उत्तर प्रदेश की जनता को दुख और परेशानी मिली है।