कोरोना पर बुलाई गई ओपन बैठक में मंत्री सीएम गहलोत के सामने ही दिग्गज मंत्रियों में तकरार हो गई। कोरोना को लेकर जारी की गई नई गाइडलाइंस पर मंत्रियों के मतभेद खुलकर सामने आ गए। स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि नई गाइडलाइंस में नए वर्ष के जश्न पर दी गई छूट ठीक नहीं है। इससे लोगों में गलत संदेश गया है। बैठक में मौजूद खाद्यमंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इसका विरोध किया। खाचरियावास ने कहा कि लोग आपके आदेश नहीं मानेंगे तब क्या करोगे। न्यू ईयर की पार्टियों में रोक लगाकर देख लो। कोई नहीं मानेगा। मंत्री खाचरियावास ने शादियों में 200 की संख्या करने के सुझाव का भी विरोध किया। दरअसल, गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने शादियों और समारोहों में 200 की लिमिट तय करने का सुझाव दिया था। खाचरियावास ने कहा कि शादियों की बजाय धार्मिक स्थल बंद कर देने चाहिए। जलदाय मंत्री महेश जोशी ने इसका विरोध किया। सीएम गहलोत ने सही जानकारी नहीं देने पर जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा और सीएमएचओ नरोत्तम शर्मा को भी फटकार लगाई।
न्यू ईयर घर पर ही मनाने की सलाह
सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री आवास पर 3 घंटे से अधिक चली कोरोना लाइव ओपन बैठक समाप्त हो गई है। बैठक में मंत्रियों और विशेषज्ञों ने अहम सुझाव दिए। एसएमएस मेडिकल कॅालेज के प्रिंसीपल सुधीर भंडारी ने कहा कि कोरोना की नई दवाएं आ गई है। शुक्रवार से जयपुर में भी उपलब्ध है। मोल्नुपिरावर नामक की टैबलेट दिन में दो बार लेनी पड़ती है। टैबलेट की 5 दिन में 2 हजार रुपये की लागत आती है। बैठक में एक्सपर्ट वीरेंद्र सिंह ने नए वर्ष सेलिब्रिशेन पर घर से बाहन नहीं निकलने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमें घर पर ही न्यू ईयर मनाना चाहिए। सेलिब्रिशन के कारण कोराना ज्यादा फैलने का खतरा है।
संस्थानों में आवाजाही पर कंट्रोल का सुझाव
आरयूएचएस के इंचार्ज अजीत सिंह शक्तावत ने कहा कि कोराना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। हमें केस रुकने पर फोकस करना चाहिए। स्कूल, आफिस और संस्थानों में आवाजाही को नियंत्रण में किया जाए। एसएमएस अस्पताल के चिकित्सक अशोक अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह कोरोना के केस बढ़ रहे हैं उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आगामी दिनों में कोरोना बेकाबू हो सकता है। राजस्थान में एक महीने के भीतर ही 50 हजार कोरोना पॅाजिटिव केस हो सकते हैं। कोरोना कम्युनिटी ट्रांसमिशन की तरफ बढ़ रहा है।
सीएम गहलोत बोले- सैंपलिंग कितनी करनी है, कैसे तय होता है
राजधानी जयपुर में सैंपलिंग बढ़ाकर कोरोना पर नियंत्रण कीजिए। सीएम गहलोत ने अफसरों को सही जानकारी नहीं देने पर फटकार भी लगाई। गहलोत ने कहा कि गत 10 दिनों में केसों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसके बावजूद भी अधिकारी सैंपलिंग नहीं बढ़ा रहे है। सीएम ने सीएमएचओ नरोत्तम शर्मा से पूछा- आपको सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश कौन देता है। सैंपलिंग कितने करने है। यह तय कैसे होता है। सीएम ने जयपुर के जिला कलेक्टन अंतरसिंह नेहरा को आधी-अधूरी जानकारी देने पर फटकार लगाई।
मुंबई में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं
सीएम गहलोत ने सीएमएचओ नरोत्तम शर्मा से कहा कि आप फार्मूले मत बताओ। सैंपलिंग क्यों नहीं बढ़ रही है। इसका जवाब दीजिए। सीएम तेवर देखकर चिकित्सा विभाग के सचिव वैभव गालरिया ने बात संभाली। लाइव बैठक चल रही है। बैठक में मौजूद जयपुर के कलेक्टर अंतरसिंह नेहरा ने कहा कि पॅाजिटिव मरीजों के घर पर दवा पहुंचाई जा रही है। सीएम ने कम सैंपलिंग पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आपके दिमाग में यह बात क्यों नहीं आती की सैंपलिंग बढ़ाई जाए। सीएम ने कहा कि दाह संस्कार पर राज्य सरकार ने जो निर्देश पहले जारी किए थे, उनकी सख्ती से पालना होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि मुंबई में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।