इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज स्थित आवास पर पिछले 18 घंटे से डीजीजीआई की छापेमारी लगातार चल रही है। टीम शहर के छिपट्टी मोहल्ला स्थित उनके पैतृक आवास पर शुक्रवार शाम करीब चार बजे पहुंची थी, तब से लेकर शनिवार सुबह तक यह छापेमारी कार्रवाई जारी है। बताया जा रहा है कि घर के अंदर काफी लॉकर और कमरे हैं, जिस कारण टीम को समय लग रहा है। डीजीजीआई ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन को भी हिरासत में लिया। सूत्रों ने बताया कि कानपुर में 175 करोड़ की नगदी मिलने के बाद यहां से भी बड़ी मात्रा में नगदी और ज्वैलरी मिली है, हालांकि टीम ने अभी सब कुछ गोपनीय रखा है।
कई अलमारी काटी गईं, ताले तोड़े गए
अंदर से छन कर आ रही जानकारी के मुताबिक टीम को नौ ड्रम संदल, एक झोला चाबी, दो हजार के नोट से भरे गत्त्ते हाथ लगे हैं। इस बीच 15-20 ताले तोड़े गए और इतनी ही अलमारियां और ल़कर काटे गए हैं। ताले खोलने-तोड़ने और अलमारियां-लॉकर काटने के लिए बाहर से लोग बुलाए गए। छापेमारी के दौरान आवास के बाहर फोर्स तैनात किया गया है।
80 बक्सों में भरकर बैंक भेजा गया पैसा
बरामद नोट गिनने के लिए स्टेट बैंक की ट्रांसपोर्ट नगर और मालरोड शाखा से 13 मशीनें मंगाई गईं। रकम भरने के लिए 80 बक्से मंगाए गए। एक कंटेनर में रकम को पुलिस व पीएसी की कड़ी सुरक्षा में स्टेट बैंक की माल रोड ब्रांच तक भेजा गया। सूत्रों के मुताबिक छापों में अभी तक गिनी जा चुकी बरामद रकम बैंक भेजी जा चुकी है।
ट्रांसपोर्टर के घर से मिले 1.1 करोड़ रुपए
पीयूष जैन के घर से मिले सुरागों के आधार पर छापों की जद में आए गणपति रोड कैरियर्स के मालिक प्रवीण जैन के घर और आफिस से 1.10 करोड़ रुपये नगद भी सीज किए गए हैं। सर्वोदय नगर स्थित डीजीजीआई आफिस में 12 घंटे तक प्रवीण जैन के बयान दर्ज किए गए। प्रवीण जैन ने हिन्दुस्तान से बातचीत में स्वीकार किया कि उनके घर से 45 लाख व ऑफिस से 65 लाख रुपये मिले हैं। प्रवीण के मुताबिक, यह कारोबारी रकम है जबकि पीयूष जैन करीबी रिश्तेदार हैं।