ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पत्नी और दो बच्चों की हत्या के बाद कासगंज के ढोलना में अलीगढ़ के गंगीरी से लाकर अपने दोस्त की हत्या करने और दोस्त के शव की पहचान खुद के नाम से कराने की चर्चित सनसनीखेज वारदात के मामले में पुलिस की जांच पूरी हो गई है। कासगंज और नोएडा की पुलिस ने विवेचना पूरी होने पर अपने-अपने यहां की अदालत में आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिए हैं।
कासगंज एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे द्वारा इसी साल तीन सितंबर को घटना का खुलासा करते हुए बताया था कि वर्ष 2018 में राकेश पुत्र बनबारी निवासी नौगंवा थाना गंगीरी, अलीगढ़ अपने पिता के मकान ग्रेटर नोएडा के बिसरख चिपयाना में रहता था। यहां राकेश अपनी पत्नी व दो बच्चों के साथ रहकर प्राइवेट लैब में नौकरी करता था।
गांव की महिला सिपाही से था प्रेम संबंध
इस दौरान राकेश के संबंध गांव की ही एक महिला सिपाही रूबी से हो गए थे। प्रेम संबंधों के चलते ही राकेश ने अपनी पत्नी व दो बच्चों की हत्या कर शवों को अपने ग्रेटर नोएडा वेस्ट के घर के बेसमेंट में दफना दिया था। इसके बाद राकेश ने ससुर के माध्यम से बिसरख पुलिस में अपनी पत्नी व बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद भी ससुरालीजनों को राकेश पर शक था और इस पर ससरालीजनों ने राकेश और उसके परिवार वालों पर दहेज हत्या का केस दर्ज कराया था।
इस मुकदमे से बचने के लिए राकेश ने नई साजिश रची। 25 अप्रैल वर्ष 2018 को राकेश अलीगढ़ से अपने दोस्त कल्लू की हत्या करके उसे अपने कपड़े पहनाते हुए शव की शिनाख्त खुद के नाम से अपने भाई के द्वारा कराई थी। इस पर दोस्त के परिजनों ने डीएनए टेस्ट की गुहार लगाई और इसकी रिपोर्ट आने के बाद हत्या के राज का खुलासा हुआ। पुलिस ने जांच के दौरान हत्या और साजिश के आरोपी राकेश को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पत्नी और बच्चों व दोस्त की हत्या का मामला खुलकर सामने आया था।
पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि एक सितंबर को चौंकाने वाले सनसनीखेज तथ्य सामने आने के बाद दोनों जिलों की पुलिस विवेचना करने में जुटी थी। ढोलना थाना पुलिस और नोएडा की कोतवाली बिसरख के विवेचक ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।