कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के जिलों में खाद की किल्लत हंगामा का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। इसको लेकर सुपौल, अररिया और लखीसराय जिले में किसानों ने खाद को लेकर सड़क जाम और हंगामा किया।
सुपौल के वीरपुर में खाद को लेकर किसानों ने लगभग एक घंटे तक हंगामा किया। इस दौरान किसानों ने हृदयनगर के गमराही के पास एसएच 91 को जाम किया और प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि कुछ देर बाद किसानों ने स्वयं सड़क जाम समाप्त कर दिया वहीं गुरुवार की सुबह दस बजे हृदयनगर पंचायत के डोमराही रामजानकी मंदिर के पास एसएच 91 जाम कर दिया। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की।
मौके पर मौजूद किसान जयशंकर आजाद, धीरज रंजन, मौसम गोठिया, आलोक यादव, मंटू पासवान, प्रमोद पासवान, अशोक पासवान, जितेंद्र खड़गा आदि ने बताया कि रबी फसल बुआई का समय खत्म हो रहा है लेकिन कहीं भी किसानों को खाद नहीं मिल रही है।
अधिकारी एक-दो दिनों में खाद उपलब्ध कराने का बार-बार आश्वासन दे रहे हैं लेकिन ना तो पैक्स और ना ही खाद बीज के दुकानों में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो पा रही है। वहीं खाद की कालाबाजारी की जा रही है। 200 से 250 में मिलने वाला यूरिया 800 से 1000 रुपए में मिल रहा है। डीएपी का बोरा दो हजार रुपए में मिल रहा है।
प्रशासन खाद उपलब्ध कराने में पूरी तरह विफल साबित हो रहा है। उधर अररिया के नरपतगंज बाजार में यूरिया से वंचित किसानों ने हंगामा किया। हंगामा के कारण दुकानदार अपनी दुकान की शटर बंद कर दिया। जबकि भरगामा प्रखंड के सिरसिया हनुमानगंज पैक्स में यूरिया लेने के क्रम में किसानों के बीच आपस में ही धक्का-मुक्की हो गयी। इस कारण अफरातफरी का माहौल बना रहा और यूरिया वितरण को बीच में हो रोकना पड़ा।
इधर लखीसराय के सूर्यगढ़ा में खाद की किल्लत को लेकर वितरण केंद्र पर पथराव किया और बाद में प्रखंड मुख्यालय के पास एनएच को जाम कर दिया। किसानों का आरोप है कि दुकानदार कालाबाजारी से खाद बेच रहा है और किसानों को खाद नहीं मिल रही है। वहीं मुंगेर के हवेली खड़गपुर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बिस्कोमान भवन में यूरिया खाद लेने पहुंचे सैकड़ों किसानों पर पुलिस ने लाठियां चटकायी। वहीं खाद, यूरिया लेने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठियां चटकानी पड़ी।