दिल्ली की हवा 20 दिनों बाद फिर से दमघोंटू हो गई है। मंगलवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 अंक से ऊपर रहा। इस स्तर की हवा को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। राजधानी में इससे पहले दो दिसंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक 429 के अंक पर यानी गंभीर श्रेणी में रहा था। बाद में हवा की रफ्तार में थोड़ी बढ़ोतरी के चलते गुणवत्ता में सुधार हुआ था। सफर का अनुमान है कि हवा शांत पड़ने के चलते अगले दो-तीन दिनों के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक इसी आसपास रह सकता है।
यूं तो दिल्ली के लोग आमतौर पर जाड़े के समय गंभीर प्रदूषण का सामना करते हैं। लेकिन, इस बार दिवाली के बाद से ही लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिवाली के बाद से ज्यादातर समय दिल्ली की हवा बेहद खराब या गंभीर श्रेणी में रही है। हवा के शांत पड़ने के साथ ही मंगलवार को एक बार फिर दिल्ली की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को 402 अंक पर रहा। एक दिन पहले सोमवार को यह 332 था यानी एक दिन में 70 अंकों की बढ़ोतरी हुई है।
मानकों से चार गुना अधिक प्रदूषण
दिल्ली की हवा में इस समय मानकों से चार गुना अधिक प्रदूषण है। मंगलवार शाम पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 397 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का स्तर 253 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। मानकों के मुताबिक, हवा में पीएम 10 की मात्रा 100 से और पीएम 2.5 की मात्रा 60 से नीचे रहनी चाहिए, तभी स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
हवा की सुस्त रफ्तार से परेशानी
हवा की सुस्त रफ्तार ने परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को दिन के ज्यादातर समय में हवा एकदम शांत रही। बहुत थोड़े समय के लिए हवा की रफ्तार चार किलोमीटर प्रति घंटे तक की रही। हवा की रफ्तार तेज होने पर वातावरण में घुले प्रदूषक कणों का बिखराव तेज हो जाता है। हवा शांत रहने पर प्रदूषक कण ज्यादा देर तक हवा में बने रहते हैं।
ज्यादातर निगरानी केंद्रों पर गंभीर स्थिति
दिल्ली के ज्यादातर निगरानी केंद्रों की वायु गुणवत्ता मंगलवार को 400 अंक से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में रहा। मंगलवार को 35 निगरानी केंद्रों से प्रदूषण का स्तर मापा गया। इसमें से 20 केंद्रों की वायु गुणवत्ता 400 के पार रहा।