दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। यह संख्या 20 दिसंबर को बढ़कर 176 हो गई है। जबकि 19 दिसंबर को यह 162 थी यानी एक दिन में 14 कंटेनमेंट जोन बढ़ गए। इसमें सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन दक्षिणी दिल्ली में हैं, जिनकी संख्या 81 है। वहीं, मध्य जिला और उत्तरी पूर्वी जिले में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दक्षिणी दिल्ली जिला अधिक संवेदनशील रहा था। उस दौरान दिल्ली में 54 हजार कंटेनमेंट जोन में से 27 हजार अकेले इसी जिले में थे। वर्तमान हालात का आंकलन करें तो दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में एक नवंबर को कंटेनमेंट जोन की संख्या 86 पर आ गई थी। लेकिन दो नवंबर को यह बढ़कर 98 हो गई थी। 3 नवंबर को कंटेनमेंट जोन 100 थी।
चार नवंबर को जारी रिपोर्ट में कंटेनमेंट जोन की संख्या 109 थी। उसके बाद से कंटेनमेंट जोन की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 11 दिन की स्थिति का आंकलन करें तो इस दौरान यह संख्या 78 तक बढ़ गई है। इसे देखते हुए दिल्ली में मास्क न लगाने वाले और सामाजिक दूरी का पालन न करने वालों पर सख्ती बढ़ाई जा रही है।
दिल्ली सरकार ने कहा कि कंटेनमेंट जोन बढ़ना तीसरी लहर का संकेत हो यह जरूरी नहीं है, मगर कोरोना नियमों का पालन करने की जरूरत है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के स्पष्ट आदेश हैं कि कोरोना संक्रमण के मामले में कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर किसी तरह की ढील नहीं दी जाए। अगर कहीं से भी कोरोना के मामले आते हैं तो उसे गंभीरता से लिया जाए, उसे देखते हुए ही काम किया जा रहा है।
जिला कंटेनमेंट जोन
मध्य 0
पूर्वी 7
नई दिल्ली 7
उत्तरी 23
उत्तर-पूर्वी 0
उत्तर-पश्चिमी 9
शाहदरा 3
दक्षिणी 81
दक्षिण-पूर्वी 18
दक्षिण-पश्चिमी 14
पश्चिमी 14
कुल 176