महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने बेनामी लेनदेन में लिप्त होकर मंदिर की जमीन हड़प ली और करोड़ों रुपये की हेराफेरी की। नवाब मलिक ने भाजपा नेता व एमएलसी सुरेश धस और बीड जिले के पूर्व आष्टी विधायक भीमराव ढोंडे पर ये आरोप लगाया है। यह बयान प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मलिक के बेटे फराज मलिक से संबंधित पांच स्थानों पर तलाशी लेने के एक दिन बाद आया है। जिस पर आरोप है कि इन्होंने एक राष्ट्रीयकृत बैंक से 149.89 करोड़ रुपये की ठगी की थी। भाजपा नेताओं पर आरोप लगाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता नवाब मलिक ने कहा कि पार्टी में उनके सहयोगी राम खाड़े ने इन अवैध लेनदेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में शिकायत दर्ज कराई है।
‘मंदिर-मस्जिद की 513 एकड़ जमीन हड़पी’
मलिक ने कहा कि बीड जिले में धार्मिक स्थलों की लगभग 513 एकड़ जमीन, जिसमें मंदिरों की 300 एकड़ जमीन और मस्जिदों की 213 एकड़ जमीन शामिल है, को भाजपा नेताओं द्वारा बदल दिया गया और अवैध रूप से निजी व्यक्तियों को हस्तांतरित कर दिया गया। आरोप है कि यह भूमि तीन मुस्लिम धर्मस्थल और सात हिंदुओं के धर्मस्थल की थी।
इन जमीनों को हड़पने का आरोप
213 एकड़ जमीन में से दरगाह इनाम-चिंचपुर मस्जिद इनाम (60 एकड़) रुई नलकोल-बुहा देवस्थान (103 एकड़), देवीनीमगांव-मस्जिद इनाम (50 एकड़) शामिल है। हिंदू मंदिरों की 300 एकड़ जमीन में से 41.32 एकड़ विठोबा देवस्थान मुर्शिदपुर, 35 एकड़ खंडोबा देवस्थान, श्री राम देवस्थान (29 एकड़), श्रीराम देवस्थान (15 एकड़) कोयल में, चिंचपुर रामचंद्रदेव देवस्थान (65 एकड़), बेलगाम खंडोबाद देवस्थान (30 एकड़) और खड़कत विठोबा देवस्थान (50 एकड़) शामिल है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि 2017 से 2020 की अवधि के दौरान हुए इस अवैध लेनदेन के माध्यम से करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई।
पूर्व डिप्टी कलेक्टर ने की मदद?
मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं ने पूर्व डिप्टी कलेक्टर की मदद से धार्मिक स्थलों की जमीन निजी लोगों को हस्तांतरित की और करोड़ों रुपये की हेराफेरी की। मलिक ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने पूरे महाराष्ट्र में 11 प्राथमिकी दर्ज की हैं।