मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरी डेढ़ साल की बच्ची को बचा लिया गया है। छतरपुर जिले में नौगांव थाना अंतर्गत दौनी गांव में एक के डेढ़ वर्षीय मासूम एक बोरवेल में जाकर गिर गई थी जिसके बाद प्रशासन ने एक बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन को लांच किया था। 10 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद प्रशासन की टीम ने सकुशल बच्ची को बाहर निकाल लिया है।
जानकारी के मुताबिक, घटना गुरुवार दोपहर 3:00 बजे के आसपास की है। दौनी गांव के राजेश कुशवाहा की डेढ़ वर्षीय मासूम दिव्यांशी खेत पर खेल रही थी, उसी समय खेत में बने एक सूखे बोरवेल में गिर गई। उसके साथी भाई-बहनों ने उसकी मां को बताया कि दिव्यांशी बोरवेल में गिर गई है। जिसके बाद मां ने आसपास के लोगों से गुहार लगानी शुरू की और उसके बाद मौके पर प्रशासनिक एवं पुलिस की टीम पहुंची। तुरंत ही रेस्क्यू ऑपरेशन लांच किया गया और 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद प्रशासन की टीम ने मासूम दिव्यांशी को सुरक्षित बाहर निकाल दिया।
मासूम दिव्यांशी की हालत स्थिर, एंबुलेंस में खेलती दिखी दिव्यांशी
10 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद निकाली गई मासूम जिंदगी से जंग जीती है। 10 घंटे से अधिक समय तक चले जिंदगी और मौत से संघर्ष के बीच आखिर दिव्यांशी ने मौत को मात दी। मासूम दिव्यांशी के परिजन इसे ईश्वर का चमत्कार मान रहे हैं। एक डेढ़ वर्षीय मासूम बिना खाए पिये एक बोरवेल्स में 10 घंटे से अधिक समय तक फंसी रही और वह जब बाहर निकली तो न तो वह अचेत अवस्था में थी और न ही उसे किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य संबंधित परेशानी हो रही थी। तुरंत ही परिजनों को मासूम दिव्यांशी को सौंप दिया गया। एंबुलेंस के माध्यम से परिजनों के साथ मासूम दिव्यांशी के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए छतरपुर जिला अस्पताल ले जाया गया जहां मासूम दिव्यांशी का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया ट्वीट
दिव्यांशी के सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘प्यारी भाँजी को अपनी माँ की गोद में सुरक्षित देख अतीव आनंद की अनुभूति हो रही है।मैं समस्त बचाव दल, प्रशासन, पुलिस तथा अन्य सभी नागरिकों को इस सफल अभियान में योगदान हेतु बधाई देता हूँ।’ दूसरी ओर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मासूम दिव्यांशी की जीवन की रक्षा के लिए ईश्वर का बहुत-बहुत आभार, बिटिया दिव्यांशी को बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकालने पर छतरपुर जिला प्रशासन एवं रेस्क्यू टीम के हर सदस्य का हृदय से आभार एवं अभिनंदन।’